कोविड महामारी के चुनौतीपूर्ण दौर में शेयर बाजार की जोरदार तेजी ज्यादातर निवेशकों को समझ में नहीं आ रही है।सेक्सेस – निफ्टी लगातार नई ऊंचाई पर बढ रही है। यह उनको समझ नहीं आ रहा है। जब लॉकडाउन के चलते बेहद कमजोर मांग ने कंपनियों की बैलेंस शीट और अर्थव्यवस्था की हालत खराब कर रखी है। दरअसल महामारी के चलते घर से दफ्तर के काम निपटने की संस्कृति में तेजी से जोर पकड़ी और लॉक डाउन की वजह से लोगों का घर के बाहर निकलना मुश्किल हो गया। ऐसे में गैरजरूरी खर्चे कम हो गए हैं।बचत बढ़ गई है और लोगों के पास करने के लिए कुछ बचा ही नहीं है।
कोरोना महामारी में बढ़ा है आनलाइन कार्यो का दौर
लॉकडाउन में जब लोगों के पास कार्य करने के लिए कुछ नहीं बचा तो लोगों ने ऑनलाइन पैसे कमाने पर ज्यादा ध्यान दिया। लाखों लोगों ने शेयर ट्रेंडिंग शुरू कर दी। इस लोक डाउन में डिमैट अकाउंट बनाने वालों की संख्या 1.07 करोड़ तक पहुंच गई है।अभी भी दूनिया अधूरी ही चल रही है अभी भी कुछ लोग शेयर बाजार में आना चाहते हैं।अगर आप भी शेयर बाजार में आना चाहते हैं तो नीचे बताई गई बातो का ध्यान अवश्य रखें।
यह चार बाते आपको ऊंचाई पर पहुंचा देगी
1-गुणवत्ता को प्राथमिकता दे
हमेशा उन कंपनियों में निवेश करे जो उच्च विरासत और गुणवत्ता वाली हो।ऐसी कंपनियां जो सभी क्वांटिटेटिव पैरामीटर्स के साथ साथ क्वालिटेटिव पैरामीटर्स पर खरी उतरती है। वही कंपनियां निवेश के लिए अच्छी मानी जाती है।
2-कंपनी मैनेजमेंट पर गौर करे
किसी कंपनी का मैनेजमेंट जितना मजबूत होगा,उसका बिजनस भी ऊतना ही अच्छा होगा। मैनेजमेंट की असाधारण टीम किसी औसत बिजनस को भी बड़ा बना सकती हैं। लेकिन यदि प्रबंधन अच्छा न हो तो तगड़े बिजनस वाली कंपनी भी विनाशकारी स्थिति में पहुंचा सकती है।यही वजह है कि निवेश से पहले कंपनी के मैनेजमेंट पर गौर करे।
3- र्गोथ और प्राइसिंग पावर का विश्लेषण
निवेश के लिए कोई शेयर चुनने से पहले आपको इस कंपनी की गोथ और प्राइसिंग पावर का विश्लेषण करना चाहिए।यह थोड़ा मुश्किल एनालिसिस है, जिसका एक तरीका यह पता करना हो सकता है कि प्रतिस्पर्धा बढ़ने की स्थिति में कोई कंपनी अपना मुनाफा बरकरार रखते हुए अपनी मौजूदा बाजार हिस्सेदारी बचाने में किस हद तक सक्षम है।
4- पूंजी की सुरक्षा का ध्यान रखे
गणित का एक नियम है,20% गिरावट को रिकवर करने के लिए पूंजी पर सिर्फ़ 25% लाभ जरूरी होगा,जबकि 50% गिरावट रिकवर करने के लिए निवेश दोगुना करना होगा। इसलिए बतौर निवेशक बाजार में उतरे तो ध्यान रखें कि मुनाफा चाहे कम हो , पूंजी हमेशा सुरक्षित रहनी चाहिए। ज्यादा रिटर्न के चक्कर में पूंजी पर जोखिम बढ़ाना अच्छी रणनिती नही होती है।