एक और गड़बड़ी: सिर्फ 6 माह 13 दिन में धंसा 28 करोड़ के शामगढ़ ओवरब्रिज का एप्रोच रोड, रास्ता हुआ बंद, सेतु विकास के इंजीनियर और निगरानी कंपनी की देखरेख में बना ब्रिज

 

सुवासरा रोड पर सेतु विकास निगम ने 28 करोड़ की लागत से टी आकार का ब्रिज बनवाया था।राजनेताओं ने 28 दिसंबर 2020 को इसका लोकार्पण भी कर दिया। बनने के सिर्फ 6 माह 13 दिन बाद ही ब्रिज का एप्रोच वर्क बैठ गया। इसके कारण बीच के रोड पर गड्ढा पड़ गया है। जानकारों के अनुसार कंपेक्सन मैं गड़बड़ी की वजह से यह स्थिति बनी है। आमतौर पर कभी भी ऐसा होता नहीं है और ना ही होना चाहिए। सीधे-सीधे अधिकारियों की लापरवाही हमको सामने दिख रही है। मामले में जिम्मेदार ठेकेदार से रोड का जितना हिस्सा टूटा है उसे निकलवा कर वापस बनवाने की बात कर रहे हैं।

गुजरात रचना कंस्ट्रक्शन कंपनी को वर्क आर्डर जारी किया गया था

सेतु विकास विभाग ने ब्रिज निर्माण के लिए गुजरात रचना कंस्ट्रक्शन कंपनी को जारी किया गया था उसके बाद ब्रिज का निर्माण 2016 में शुरू किया गया था। इस बीच का निर्माण 2 साल में पूरा होना था लेकिन इसका निर्माण 4 साल में पूरा हुआ। ठेकेदार द्वारा रंग रोगन करने के बाद में 28 दिसंबर 2020 को प्रदेश सरकार में मंत्री हरदीप सिंह डंग , सांसद सुधीर गुप्ता सहित अन्य नेताओं ने लोकार्पण किया। 6 माह बाद ही बीज निर्माण में गड़बड़ी गड़बड़ी देखने को मिल गई है। शुक्रवार को भारी वाहनों के निकलने पर सुवासरा की तरफ ब्रिज का एप्रोच रोड ही बैठ गया। सीसी स्लैब टूट गया है।

मार्ग पर आवागमन बंद कर दिया गया है

रोड में गड्ढा पढ़ने के बाद हादसे की आशंका होने पर तहसीलदार ने शुक्रवार शाम को ही मेरी कैट्स लगाकर रोड को बंद कर दिया है। मंदसौर से सेतु विकास निगम के अधिकारी देर रात तक शामगढ़ पहुंचे। विभाग के इंजीनियर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इस तरह की गड़बड़ी होती तो नहीं है। एप्रोच में वर्ग से पहले भराव में पानी डालकर उसे बहुत दबाया जाता है। वाइब्रेटर घुमाया जाता है। इसी कार्य में गड़बड़ी होने की वजह से भराव बैठ गया होगा। इससे रिटेनिंग वॉल पर दबाव पड़ेगा। इससे पुल पर और भी नुकसान होने की आशंका है इसलिए फिलहाल पुल को बंद कर दिया गया है। सेतु विकास विभाग ने कहा है कि यह रोड गारंटी में है और ठेकेदार से फिर से इसमें भराव करवाएंगे और सीमेंट का लैब डलवाएंगे।

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