मंदसौर शहर की कृषि उपज मंडी में अनलॉक के बाद भी जिलों और जिले के सभी गांव के किसानों को नीलम के लिए यहां हर दिन आने की अनुमति नहीं मिल रही है। अनलॉक होने के बाद भी मंडी में व्यवस्थाएं लोक दिख रही है। इसके कारण किसानों को खरीफ फसल और फसल ऋण से जुड़ी अपने व्यवस्थाओं को लेकर परेशान होना पड़ रहा है। इस बीच सोमवार को काफी लंबे समय बाद मंडी में रौनक देखने को मिली। तीन चीजों में ही 18000 से अधिक की आवक रही तो उसी के साथ मंडी के बाहर किसानों के ऊपर से भरे ट्रैक्टरों की लंबी कतारें देखने को मिली।
लंबे समय बाद दिखी मंडी में रौनक, धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है व्यवस्था
काफी लंबे समय के बाद सोमवार को मंदसौर मंडी में रौनक देखने को मिली और पहले की तरह मंडी के बाहर भी किसानों से भरे उपज की लाइने देखने को मिली। सोमवार को मंडी के बाहर किसानों के ट्रैक्टरों की लंबी कतारें देखने को मिली। इसे देखकर ऐसा लग रहा है कि मंडी की व्यवस्थाएं धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। वर्तमान में किसान अपनी उपज को बेचकर खरीफ सीजन की तैयारियों में लगे हुए हैं और जरूरत के लिए रेन पूरा करने के लिए लगे हुए हैं। इसी कारण अब मंडी मैं रोनक आने के साथ साथ आवक भी बढ़ रही है।
तीन जिसो में ही 18 हजार से अधिक हुई आवक
कोरोना का संक्रमण कम होने के साथ मंडी प्रशासन ने सोमवार से व्यवस्था में बदलाव किया। इसके तहत सोमवार और मंगलवार से लेकर अब बुधवार को भी प्याज लहसुन के साथ गेहूं की भी नीलामी शुरू करवाई गई। हालांकि मंदसौर सीतामऊ जनपद क्षेत्र के गांवों के किसानों के लिए यह व्यवस्था बरकरार रहेगी। लेकिन बदली व्यवस्था के साथ पहले दिन ही तीन चीजों में 18000 बोरी से अधिक आवक हो गई। इस तरह रोज मंडी में किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है और पहले जैसे रौनक लौट रही है।