देश भर के पर्यटकों को जिले में लुभाने के साथ पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाओं और व्यवस्थाओं को तलाशने के लिए कलेक्टर ने जिले के पर्यटन व ऐतिहासिक स्थलों के साथ दर्शनीय स्थलों की ब्रांडिंग और आकर्षक बनाने के लिए देशभर में शुरू कर दी है।अब पर्यटक स्थलों के मामले में मंदसौर देशभर में जाना जाएगा।इस योजना के लिए नेताओं से लेकर अधिकारियों तक प्रश्न पत्र के साथ जिले से जुड़ी दुर्लभ जानकारी भेजी जा रही है। कैसे मंदसौर और यहां स्थित प्रसिद्ध वह इन दुर्लभ स्थलों पर प्रदेश व देश के पर्यटक पहुंचेंगे और उन्हें रोजगार के अवसर सृजित करने के साथ आत्मनिर्भर की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए कलेक्टर मनोज खुश होने यह नया विचार किया है।
सभी जानकारियों को प्रदेश में भेजा जा रहा है
इस योजना से जुड़ी सभी जानकारियों को पांच अलग अलग फोल्डर में समाहित कर पूरे प्रदेश व देश में भेजा जा रहा है। कालिदास के प्रसिद्ध ग्रंथ मेघदूत में जिले का वर्णन तो मानव सहायता के लिए विकास से लेकर अब तक के दौर में मंदसौर का जुड़ना बताया जा रहा है। कलेक्टर द्वारा पर्यटन के अवसर की संभावनाओं के उद्देश्य से भेजी जा रही जानकारी में बताया कि जिला प्रदेश के उत्तर पश्चिम में स्थित है और मंदसौर जिला प्राचीन काल में दशपुर के नाम से जाना जाता था। यह जिला मानव सभ्यता के विकास के साथ मानव की किड़ा स्थली रहा है। देश के प्राचीनतम कला साक्ष्यों को जिला अपने में समेटे हुआ है।
पर्यटन आकर्षक होने के साथ-साथ आत्मनिर्भरता के अवसर भी बनेंगे
केंद्र व प्रदेश के पर्यटन विभाग के साथ ही प्रदेश व केंद्र के तमाम अधिकारियों में कलेक्टर जिला पंचायत से लेकर अन्य बड़े अधिकारियों को जिले की पर्यटन व ऐतिहासिक स्थलों के साथ तमाम वास्तु कला व प्राचीन चीजों का वर्णन की जानकारी के साथ पत्र भेजा जा रहा है। तमाम चीजों की प्रकाशित फोल्डर को भी भेजा जा रहा है इससे पर्यटन के नए अवसर बनेंगे और रोजगार भी बढ़ेगा। आत्मनिर्भर प्रदेश की दिशा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नवाचार के साथ यह प्रयास किया जा रहा है। जिसके परिणाम आने वाले समय में सामने आएंगे।
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