चेतावनी: कोरोना का दूसरा टीका समय पर लगवाना जरूरी नहीं तो हो सकता है संक्रमण का खतरा ज्यादा, अमेरिका के कोविड एक्सपर्ट एंथनी फाउची ने दी चेतावनी

 

अगर आप 43 वर्ष से ऊपर की आयु पार कर चुके हैं तो उम्मीद है कि आपको कोरोना की पहली वैक्सीन लग चुकी होगी लेकिन देश में वैक्सीन की कमी होने के कारण आपको यह नहीं पता होगा कि आपके कोरोना की दूसरी वैक्सीन कब लगाई जाएगी। आपको यह एक मामूली बात लग रही होगी लेकिन यह एक चिंता का विषय है क्योंकि कोरोना की मेडिसिन के दो डोज के बीच ज्यादा अंतर सही नहीं है। सबसे पहले तो सरकार ने वैक्सीन लगाने के दो डोज के बिच सिर्फ 28 दिन का अंतर बताया था लेकिन वैक्सीन कम होने के कारण सरकार द्वारा अंतर 12 से 18 हफ्ते तक कर दिया गया लेकिन यह सही नहीं है।

महामारी एक्सपर्ट डॉक्टर एंथनी फाउची ने दी चेतावनी

यह सब देख कर अमेरिका के महामारी एक्सपर्ट डॉक्टर एंथनी फाउची ने चेतावनी दी है कि वैक्सीन के बीच ज्यादा अंतर सही नहीं है और उन्होंने यह कहा कि वैक्सीन के दो डोज के बीच समय बढ़ाने से लोगों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है जिन्हें कोरोना का एक टीका लग चुका है। इसका उदाहरण आपको ब्रिटेन में देखने को मिल सकता है और वहां पर ऐसा देखने को मिला भी है। डॉ एंथनी ने अपनी यह बात एनडीटीवी के साथ वार्तालाप करने के दौरान कही। डॉक्टर इन थाने की यह बात भारत के लिए हम इसलिए है क्योंकि सरकार ने दो डोज के बीच अंतर डायरेक्ट 16 से 20 हफ्ते कर दिया है जोकि इंफेक्शन के खतरे को बढ़ा सकता है। इससे पहले यहां छह से 8 सप्ताह ही था। और उससे भी पहले यह गैप सिर्फ 28 दिन की थी।

सरकार ने कहा-दो डोज के बीच अंतर बढ़ाने से वैक्सीन का असर बढ़ जाएगा

डॉक्टर एंथनी का कहना है कि हमें वैक्सीन लगाने में अंतर बढ़ाने से अच्छा है कि तय शेड्यूल के हिसाब से ही चला जाए लेकिन भारत सरकार का वैक्सीनेशन पर कहना है कि अगर वैक्सीन लगाने के बाद थोड़े दिन का अंतर दिया जाएगा तो वैक्सीन अच्छा असर दिखाएगी। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर आपके पास वैक्सीन कम है तो समय का अंतर बढ़ाना जरूरी भी है लेकिन इसके लिए प्लानिंग के साथ कार्य करना जरूरी है। डॉक्टर एंथनी भाऊ जी ने यह भी कहा कि कोरोना को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए सभी लोगों को वैक्सीनेटेड करना बहुत ही जरूरी है। डेल्टा वेरिएंट सबसे पहले भारत में पाया गया था और दूसरी लहर आने का कारण भी यही वेरिएंट था। एक्सपर्ट के मुताबिक यहां 40 से 50% ज्यादा संक्रमण है।

खतरा अभी टला नहीं है आपको सावधान रहने की जरूरत है

एक्सपर्ट के मुताबिक डेल्टा वेरिएंट वाले देशों में खतरा अभी टला नहीं है क्योंकि यह बहुत ही खतरनाक है और भारत जैसे देश में तो कई राज्यों में यह वेरिएंट हावी हो रहा है। जिन जिन देशों में यह वेरिएंट पाया गया है वहां पर संक्रमण बढ़ने का खतरा बहुत ही ज्यादा है इसलिए भारत जैसे देश को चिंता करनी चाहिए क्योंकि भारत के पास वैक्सीन की भी कमी है। सभी लोगों को वैक्सीनेटेड होना भी बहुत आवश्यक है क्योंकि बिना वैक्सीनेटेड लोगों पर यह वेरिएंट ज्यादा असर दिखा रहा है। ब्रिटेन में ऐसा लिखा जा चुका है। यह वेरिएंट अभी 90% तक हावी हो गया है। अगर कोरोना की अगली लहर से बचना है तो लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगाने की आवश्यकता है।

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