देश में रविवार को कुल 101265 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं।यह आंकड़ा पुरे 61 दिन बाद 7 अप्रैल जैसा हुआ है और आंकड़ा 1 लाख तक पहुंचा है। संक्रमण की दूसरी लहर में अमेरिका में ऐसा होने में पुरे सौ दिन लग गए थे।यानि कि भारत को दूसरी लहर से छुटकारा पाने में अमेरिका के मुकाबले 39 दिन कम लगे है।मरीज भी अमेरिका से 22.5 लाख कम मिले हैं। अमेरिका में दूसरी लहर के 100 दिन में 1.82 करोड नये केस मिले हैं जबकि भारत में दुसरी लहर के 61 दिन में 1.56 करोड़ नये केस मिले हैं।
भारत में कम हुई है संक्रमण की दर
आए दिनो भारत में संक्रमण दर कम होती जा रही है और इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि लोगो की पाज़िटिव रेट मे लगभग 4 गुना कमी आ जाना।देश में संकमण की सात दिन की औसत दर 6.6% पर आ चुकी है जो ठीक एक महिने पहले 6 मई को 26% तक पहुंच गई थी।अच्छी बात यह है कि 22 राज्यो में संकमण की दर 5% से नीचे गिर चुकी है।WHO के अनुसार अगर संक्रमण की दर अगर 5% से नीचे हो तो आप मान सकते हैं कि अब महामारी अनियंत्रित नही है।
भारत में अब तीसरी लहर का खतरा है
भारत ने दूसरी लहर का तो सामना कर लिया है लेकिन अब भारत के सामने तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है।आई सी एम आर के निदेशक डा बलराम भार्गव का कहना है कि हम तीसरी लहर को देश में आने से रोक सकते हैं अगर लोड ऐसे ही अनुशासन बनाए रखे तो हम तीसरी लहर को हरा सकते हैं।मास्क, दो गज की दूरी और ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन के दम पर तीसरी लहर को रोका जा सकता है।और अब कोरोना भी पुरे देश में नही रहा है ।देश के 75% नए केस अब सिर्फ़ पांच राज्यो तमिलनाडु,केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंधप्रदेश में मिल रहे हैं।इन राज्यों में 5 जून को 79 हजार मरीज मिले थे।