जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिला अस्पताल सहित अन्य शासकीय कोविड सेंटर पर मरीजों के लिए पलंग खाली नहीं मिल रहे हैं। सभी के लग्ंस में इंफेक्शन की स्थिति को देखने के लिए सीटी स्कैन जरूरी है। अभी तक शासकीय अस्पताल में सुविधा नहीं होने पर इन्हें निजी लैब में 25 सौ से ₹4000 तक देना पड़ रहे थे। इसके बाद भी शहर में भटकना पड़ रहा था। अब शासन से जिला अस्पताल प्रबंधन को सीटी स्कैन मशीन मिल गई है। इसके लिए जिला प्रबंधन ने जिला अस्पताल परिसर में ओपीडी के सामने खाली रखे भवन को तैयार किया है।
पहले पीपीपी मोड में सिटी स्कैन होता था
इससे पहले वहां पर पीपीपी मोड में सिटी स्कैन का संचालन होता था। अधिकारियों के अनुसार 2 से 3 दिन में मशीन को स्टार्ट कर सुविधा कर दी जाएगी। सीएमएचओ डॉ केएल राठौर ने बताया कि अभी मशीन को इंस्टॉल किया जाएगा। उसके बाद जल्द से जल्द इसकी शुरुआत की जाएगी। मरीजों को जांच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। जिला अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट शुरू हो गई है। इससे एक यूनिट रक्त को चार भागों में विभक्त करना संभव हो सकेगा।
कई बिमारियों वाले मरीजों को मिलेगा लाभ
इसके द्वारा पैक्ट रेड ब्लड सेल, प्लाज्मा, प्लेटलेट एवं क्रायोप्रेसिपिटते बनाया जा सकेगा। ब्लड सेंटर के क्रियान्वित होने से मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशु, ब्लड कैंसर, डेंगू के मरीज, हिमोफीलिया एवं अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों को लाभ मिलेगा। साथ ही जल्द ही कोविड-19 संक्रमित मरीजों को जीवन रक्षक प्लाजमा थेरेपी दिया जाना भी संभव हो पाएगा। ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट के शुभारंभ पर मनोज पुष्प,कलेक्टर ,ब्लड बैंक प्रभारी डॉ नमिता मिश्रा, पेठा लार्जेस्ट डॉक्टर सौरभ मंडवारिया एवं टेक्निकल सुपरवाइजर राजेश शर्मा मौजूद थे। इस यूनिट का संचालन एम एच ओ डॉक्टर के एल राठौर एवं प्रभारी सिविल सर्जन डॉ पीके पीपल के मार्गदर्शन में चलेगा।