मंदसौर की तहसील गरोठ मुख्यालय पर कोरोना की दूसरी लहर ने तेजी से असर दिखाना शुरू कर दिया है। गरोठ में दिन पर दिन संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है इसी डर के कारण लोगों ने भी सभी नियमों का पालन करना शुरू कर दिया है। आम लोगों ने आवाजाही कम कर दी है तो प्रशासन की टीम ने यहां पर घर-घर सर्वे किया और कीट का वितरण भी किया। इसके बाद किट का उपयोग सही प्रकार से किया जा रहा है या है या नहीं इसको लेकर भी फीडबैक लिया जा रहा है।
गरोठ में जागरूकता और सर्वे ने रोकी वायरस की रफ्तार
गरोठ में लोगों द्वारा सभी नियमों का पालन सही प्रकार से किया गया और टीम द्वारा सर्वे किया गया और इसका नतीजा यह रहा कि 1 अप्रैल से लेकर 23 मई तक 137 कोरोना से संक्रमित हुए और वर्तमान में गरोठ में 7 एक्टिव केस है। इसमें पांच होम आइसोलेशन पर एक सीसीसी सेंटर तो 1 जिले से बाहर भर्ती है। सीएमओ पवन कुमार फुल फकीर ने बताया कि 137 मरीज 1 अप्रैल से अब तक संक्रमित हुए हैं इसमें से 122 स्वस्थ होकर घर लौटे तो 7 मरीज अभी उपचारित है। पांच होम आइसोलेशन पर है 1 जिले से बाहर बनती है। संक्रमण कम करने के लिए हमने अप्रैल माह से ही घर-घर सर्वे किया और किट का वितरण किया।
भानपुरा में आवागमन और लापरवाही से फैला कोरोना
जिले की दूसरी तहसील भानपुरा में कोरोनावायरस के संक्रमण रफ्तार से फैला है वहां के आंकड़े बयां करते हैं कि यहां पर 1 अप्रैल से लेकर 23 मई तक 200 से 30 लोग संक्रमित हुए हैं और वर्तमान मे 69एक्टिव केस भी है। संक्रमण के तेजी से फैलने के मुख्य कारणों में नियमों को लेकर लापरवाही बरतना। राजस्थान से आवागमन पर वहां पर तय समय पर रोक नहीं लगाई गई और सुमन का सही से पालन नहीं किया गया है इसी कारण यहां पर कोरोना की रफ्तार को रोक नहीं सके हैं। यहां पर स्थिति यह हो गई थी कि आम लोगों ने पूर्णा मरीजों के नाम सार्वजनिक करने की मांग भी रखी थी ताकि नियमों का पालन सही हो। नगर में संक्रमित को व्यापार करते हुए पकड़ा गया। तो कुछ लोगों ने मार्च और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया यह भी एक कारण है। लोगों की लापरवाही से संक्रमण बड़ा है जाकर वहां पर प्रशासन ने शक्ति अपनाई है।