देश में, प्रदेश में मेडिकल इमरजेंसी के हालत हैं, ना लोगों को बेड मिल पा रहा है, ना ऑक्सीजन, ना समय पर इलाज और ना जीवन रक्षक दवाइयां व इंजेक्शन। आज भी जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी से कुछ लोगों की मौतों की दुखद खबर सामने आई है।
शिवराज जी ,प्रदेश की जनता ने पिछले 16 वर्षों में आपके कई इस तरह के कार्यक्रम-अभियान- आयोजन देखे हैं और वह उनकी वास्तविकता भी जानती है कि कैसे इन अभियानों- आयोजनो के नाम पर करोड़ों रुपए सरकारी खजाने से लुटाए गए हैं।
यदि उन पैसों से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएँ जुटा ली जाती तो प्रदेश की आज यह स्थिति नहीं होती।
अभी समय अभियानों-कार्यक्रम का नहीं है , मेहरबानी करकर जनता को गुमराह करने वाले इन कार्यक्रमों – अभियानो व इसके प्रचार- प्रसार , शुभारंभ के नाम पर लाखों लुटाने से बचिये।
इस महामारी के खत्म होने के बाद फिर आपके अभियान-कार्यक्रमों की नौटंकी को आप चालू कर देना , अभी तो प्रदेश की जनता को इन अभियानो व इनके नाम पर फ़िज़ूलखर्ची से बख्शिये।
प्रदेश में रोज ऑक्सीजन की कमी से मौतों की ,ऑक्सीजन के संकट की ,अस्पताल की दहलीज पर दम तोड़ते मरीजों की ,मुक्तिधामो में वेटिंग की , इलाज के लिये लोगों के भटकने की ,ऑक्सीजन की मारामारी की तस्वीरें सामने आ रही है ,इस पर सबसे पहले ध्यान दीजिए।
अभी असली जरूरत लोगों को अस्पतालों में बेड मिले ,इलाज मिले ,ऑक्सीजन मिले ,इंजेक्शन मिले ,उसकी पूर्ति की है , सब छोड़ आप प्रदेश की जनता के हित के लिये अभी उसी पर ध्यान दीजिए।