जिले में कोरोना काफी तेजी से फैलता जा रहा है इसी कारण सभी जगह कोविड-19 सेंटर बनाए गए हैं। प्रतिदिन कितने ही लोग संक्रमित हो रहे हैं और कितने ही स्वस्थ होकर घर भी लौट रहे और कुछ लोगों की मौत भी हो रही है। जिले में जिला मुख्यालय सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों और कोविड-19 सेंटर से कोरोना संक्रमित मरीजों को सही करके घर भेजने की व्यवस्था जारी है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बने कोरोना सेंटर गांव सामने आया है जहां से कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौटे।लेकिन उनको घर भेजने से पहले प्रशासन और समाजसेवियों द्वारा अलग नीति अपनाई गई। इनको घर भेजने से पहले प्रशासन द्वारा और समाजसेवियों द्वारा उनका फूल माला पहनाकर सम्मान किया गया इनमें से पौधारोपण भी करवाया गया।
स्वस्थ हुए मरीजों से संकल्प दिलवाया गया
कोरोना सेंटर से स्वस्थ हुए सभी मरीजों को प्रशासन द्वारा पौधारोपण करवाया गया और उनसे संकल्प दिलवाया गया। सेंटर से कुल 8 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे जिन से पौधारोपण करवाया गया और उनको संकल्प दिलवाया गया कि पौधों की बच्चों की तरह परवरिश करेंगे। वही होम आइसोलेट वाले 7 मरीज की स्वस्थ हुए हैं। समाज सेवकों ने बताया कि मरीजों से कुल 20 पौधे लगवाए गए हैं जिनमें नीम शीशम जामुन आदि के पेड़ शामिल है। साथ ही अपने बच्चों की तरह देखभाल करने का संकल्प दिलाया गया। इस दौरान तहसील दार पंकज जाट, अजय गौड़, सुरेश सेठिया, नंदकिशोर वेद,चंद्रप्रकाश , विवेक पांडे आदि मौजूद रहे।
फिलहाल भी जिले की स्थिति सही नहीं है। इसलिए आप घर है और सुरक्षित रहे। कोरोना गाइडलाइन का पालन करें और नियमित दूरी बनाए रखें।