शिवना शुद्धिकरण कार्य प्रगति पर था समाज सेवकों द्वारा पोस्टकार्ड अभियान भी चलाए जा रहे थे, परंतु जब को कोरोनावायरस बढ़ने के कारण लगा तो इस पर लोक डाउन के काले बादल छा गए। लॉकडाउन के चलते शनिवार को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने का काम जारी रहा। शनिवार को राजपूत युवाओं एवं सपाक्स जिलाध्यक्ष द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई गई। सपाक्स जिला अध्यक्ष राहुल गांधी ने181 पर कॉल करके कहा आपके प्रशासन में हो क्या आप ही की पार्टियों के जनप्रतिनिधियों की सुनी जा रही है आम जनता की नहीं सुनी जा रही है। शिवना नदी के शुद्धिकरण के लिए विरोध किया गया, उसके बाद भी कोई कार्य नहीं हो रहा है , शिवना की हालत लगातार बद से बदतर होती जा रही है इसे सुधारना बहुत जरूरी है। अगर इस समय पर नहीं सुधारा गया तो प्रदूषण भारी मात्रा में फैल सकता है। जनता अभी भी लगातार इसके लिए संघर्ष कर रही है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से पूछे कि उन्होंने आखिर शिवना नदी के लिए क्या है क्या है उनके विधायक व सांसद से पूछे उन्होंने अभी तक शिवना नदी के लिए क्या कार्य किया। क्या शिवना शुद्धिकरण के लिए कोई उपाय किए हैं। इसके लिए उन्होंने कोई उपाय नहीं किए हैं और इसके लिए वह पूर्णता है झूठ बोलेंगे, इसका कारण यह है कि उन्हें पता है कि सीएम द्वारा सिर्फ उनकी ही आवाज सुनी जाती है । शिव नायक पवित्र नदी है इसे बदलकर उसे एक प्रमुख नाला बना दिया गया है। इसके अलावा सपाक्स अध्यक्ष ने कहा कि शिवना शुद्धिकरण के लिए जल्द ठोस कदम उठाया जाए अन्यथा विरोध निरंतर जारी रहेगा।
जल्द से जल्द शिवना के लिए ठोस कार्रवाई की जाए।
सामाजिक कार्यकर्ता रोहन मोटवानी ने सीएम हेल्पलाइन पर कहा कि,विश्व विख्यात पशुपतिनाथ मंदिर के पास शिवना नदी के शुद्धिकरण के लिए लिए जनता निरंतर कार्य कर रही है।
जिन अधिकारियों को जनता के वोट द्वारा चुना गया है उनके द्वारा शिवना नदी के शुद्धिकरण के लिए एक भी कार्य नहीं किया गया। इसके लिए अधिकारियों को जगह-जगह से कमीशन मिलता है। इसलिए जनता की कोई भी आवाज नहीं सुनी जाती।आगे सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा यह कहा गया कि शिवना शुद्धिकरण हमारे लिए ना करे तो कम से कम पशुपतिनाथ के लिए तो इसे किया ही जाना चाहिए।आप अपने प्रशासनिक अधिकारियों की टीम बनाकर जांच कराएं वास्तविक स्थिति अपने आप ही सामने आ जाएगी कि जनप्रतिनिधियों ने क्या कार्य किए हैं और क्या नहीं, जल्द से जल्द पवित्र शिवना नदी के लिए ठोस कार्रवाई की जाए।
नाले को जल्द से जल्द बंद करें, नहीं तो होगा आंदोलन।
राजपूत युवा समाज युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष तिलक सिंह चौहान से पूछने पर उन्होंने बताया कहा शिवना के बारे में छोटी सी जानकारी देता हूं,शिवना राजस्थान से चलती है उस समय यह बिल्कुल साफ नदी होती है जिस समय यह मंदसौर में प्रवेश करती है उसी समय से इसमें गंदे नाले डाल दिए जाते हैं जिससे पूरी तरह नाली में परिवर्तित हो जाती है। इसका लाभ सिर्फ और सिर्फ जनप्रतिनिधि उठा रहे हैं। शिवना नदी से कोई मतलब नहीं है यह इसे बिल्कुल शुद्ध नहीं करना चाहते हैं। यही हालात रहे तो इसके शुद्धीकरण के लिए तक करेंगे। इसमें पढ़ रहे हैं नाले को भी बंद किया जाना चाहिए। अन्यथा आंदोलन जरूर होगा और इसकी जवाबदारी सिर्फ और सिर्फ मध्यप्रदेश शासन की होगी। सीएम हेल्पलाइन पर मेरी शिकायत दर्ज की जाए। इसका समाधान करें शिवना को शुद्ध किया जाए। आगे उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा में कोई कमी नहीं हो रही है। विकास के नाम पर किसी के पास कोई पैसा नहीं है।