संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है, इसी बीच करोना अपना भयवाहक रूप दिखा रहा है, शहर में पिछले दो दिन 2 दिन मंगलवार और बुधवार को हि शिवना किनारे वाले श्मशान घाट में 32 शव पहुंचे जिनमें 25 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना के नियमों से किया गया। इधर कोरोना के कारण बुधवार में हि121 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसी को लेकर प्रशासन ने सावधानी बरतने की चेतावनी दी है।
जिले में अप्रैल के इन 20 दिनों में 1360 कोरोना वायरस मरीज मिले हैं बड़ा पिछले 8 महीनों में सबसे ज्यादा है, जिले में कोरोना संक्रमण फरवरी 2021 की तुलना में इस समय 1000 ज्यादा गुना तेजी से फैल रहा है। कमोशन राजा होना चाहिए कि कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से कितनी ज्यादा खतरनाक है।
यह उसी से करो ना अब ज्यादा मौतों का कारण बन रहा है शहर में पिछले दिनों और शायद दो मौतें होती थी जो अब 8 गुना से ज्यादा तक बढ़ गई है। हमें शिवना किनारे स्थित मुक्तिधाम में चिताए ठंडी भी नहीं हो पा रही है, ऐसे में समिति द्वारा खाली जगह को साफ करा कर उसमें दाग संस्कार की व्यवस्था की जा रही है। मंगलवार को श्मशान घाट में 15 जिनमें 12 कोरोना के मरीजों के शव थे।
बुधवार को 17 शव पहुंचे जिनमें 13 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना के नियमों के तहत किया गया है।
शाम 7:30 बजे तक का है।
21 दिनों में 123 शवों का हुआ है दाह संस्कार,
कोरोना वायरस के कारण मौतों का अंदाजा इसी बात से लगाया जाता है जा सकता है कि मात्र 21 दिनों में 123 शवों का दाह संस्कार किया गया है, इनमें करीब 47 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना के नियमों के तहत किया गया है, केवल कोविड वालों का आंकड़ा पूरी फरवरी में मरने वाले लोगों से ज्यादा है, पूरी फरवरी में श्मशान में मात्र 38 शव पहुंचे थे।
जिला प्रशासन द्वारा समझाइश दी गई है : अपनी जिम्मेदारी समझे और अपने रिस्क पर ही बाहर निकले
जिला प्रशासन द्वारा एक प्रेस नोट जारी कर बताया गया है कि, कोरोनावायरस से बचना जितना आसान है, वायरस से संक्रमित हो जाने पर उतना ही मुश्किल से बचना है, प्रशासन द्वारा बताया गया है कि एक बार करो ना हो जाने पर जब हम अस्पताल के दरवाजे पर पहुंच जाते हैं तो किसी को अंदाजा भी नहीं होता है कि घर का दरवाजा नसीब होगा या नहीं, समझदारी इसी में है कि कोरोनावायरस को फैलने से रोका जाए।
शासन द्वारा यह बताया जा रहा है कि अब वह समय नहीं है जब सरकार डंडा लेकर बाहर निकलने वालों को अंदर भगाती थी, अब समय है कि हमें कुछ जागरूक होना होगा और अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा, अब हमें अगले दो-तीन महीनों आप कुछ पाबंदियों का पालन करना होगा पालन करना होगा एवं व्यक्तिगत वह सामायिक दूरी बनाए रखें सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ इकट्ठा ना करें एवं मास्क लगाए रखें एवं 2 गज की दूरी बनाए रखें