पेट्रोल-डीजल की कीमतों से आम आदमी को फिलहाल राहत है मिल रही है। कीमतें स्थिर हैं ।सरकारी तेल कंपनियों द्वारा पेट्रोल डीजल की कीमतों में कोई भी वृद्धि नहीं की गई है। आज दिल्ली में पेट्रोल के दाम 90.56 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 80.87 रुपये प्रति लीटर हैं ।जानकारी की बात मानी जाए तो आने वाले समय में पेट्रोल डीजल के दाम सस्ता हो सकता है। इसकी सबसे बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सस्ता होना बताया जा रहा है।
इधर भारतीय रिफाइनरी कंपनियों ने युवराज से क्रूड और आयात करने की तैयारी कर ली है। भारतीय बाजारों में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ईरान से तेल आते ही भारत में तेल सस्ता हो जाएगा।
पेट्रोल-डीजल का भाव चार महानगरों में
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 90.56 रुपये है।वहीं एक लीटर डीजल का भाव 80.87 रुपये है। मुम्बई में लीटर पेट्रोल का दाम 96.98 रुपये है जबकि एक लीटर डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर पर है. कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 90.77 रुपये हो गया है।वहीं, एक लीटर डीजल के लिए 83.75 रुपये प्रति लीटर पर है। चेन्नई में पेट्रोल का भाव 92.58 रुपये जबकि डीजल 85.88 रुपये प्रति लीटर पर है।वहीं, नोएडा में पेट्रोल 88.91 रुपये प्रति लीटर तो डीजल81.33 रुपये प्रति लीटर के भाव से मिल रहा है। बेंगलुरु, हैदराबाद, पटना, जयपुर और लखनऊ में पेट्रोल डीजल क्रमश: 93.59-85.75, 94.16-88.20, 92.89-86.12, 97.08-89.35, 88.85-81.27 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
मार्च में तेल का भाव 61पैसे सस्ता हुआ था
मार्च मार्च में पेट्रोल डीजल की कीमतों में तीन बार कटौती की गई थी। इस कटौती के बाद पेट्रोल सिर्फ 61 पैसे और डीजल 60 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ। वहीं फरवरी में पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ाई गई थी। उससे यह 04.74 रुपये महंगा हो गया था। वहीं अगर डीजल की बात करें तो 16 दिनों नहीं इसकी डीजल में 4.52 की बढ़त हुई थी।
इसलिए सस्ता हो सकता है पेट्रोल डीजल
भारत भारत के एक शीर्ष अधिकारी से बात करने पर पता चला है कि अगर एक बार फिर अमेरिकी प्रतिबंध हट जाते हैं तो हम इराक से आयात करने पर आजाद हो सकते हैं जिसे एक बार फिर तेल की कीमतों में गिरावट आ सकती है भारतीय रिफाइनरी कंपनियों द्वारा इसको लेकर तैयारी शुरू भी कर दी गई है। वे प्रतिबंध हटते ही ईरान के साथ अनुबंध कर सकती हैं। ईरान से तेल आते ही न केवल भारतीय बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम नरम होंगे बल्कि इससे भारत को आयात स्रोत को विविध रूप देने में भी मदद मिलेगी।वित्त वर्ष 2020-21 में इराक भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता रहा ह।इसके बाद सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का स्थान रहा।नाइजीरिया चौथे और अमेरिका का स्थान पांचवां था।