अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मप्र में मुख्यमंत्री से लेकर समूची सरकार ने महिलाओं को व्यवस्था सौंपकर उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के स्टाफ की कमान पूरी तरह महिलाओं ने संभाली। इनमें महिला एसडीएम से लेकर वाहन चालक और सुरक्षा कर्मी भी महिलाएं रहीं। महिला दिवस पर आयोजित मुख्यमंत्री के दोनों महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का संचालन भी महिलाओं ने ही किया।वहीं प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने आवास स्थित कार्यालय में सुरक्षा स्टाफ में पदस्थ महिला आरक्षक मीनाक्षी वर्मा को मानद गृहमंत्री बनाकर अपनी कुर्सी पर बैठाकर महिला सशक्तीकरण का संदेश दिया।
इस बार महिला दिवस पर क्या अलग हुआ
इसके साथ ही मध्य प्रदेश विधानसभा की अधिकांश कार्रवाई सभापति तालिका की सदस्य झूमा सोलंकी ने संपन्न करवाई। इस दौरान विधानसभा में मार्शल की जिम्मेदारी भी महिलाओं ने संभाली।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सिपाही मीनाक्षी वर्मा को मध्य प्रदेश का एक दिन की गृह मंत्री बनाया गया। महिला सिपाही मीनाक्षी गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के निवास कार्यालय पर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात है। उन्हें गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपनी सीट पर बैठाया। मीनाक्षी ने नरोत्तम मिश्रा की तरह जनता की समस्या को सुनकर ओएसडी को कार्रवाई के दिशा-निर्देश दिए।गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने महिला सिपाही मीनाक्षी वर्मा को सम्मानित किया। यह सम्मान मीनाक्षी वर्मा के लिए सबसे बड़ा था। क्योंकि महिला दिवस उनके लिए इस तरह यादगार दीं बनेगा यह उन्होंने नहीं सोचा भी था। जब उन्हें पता चला कि आज उन्हें एक दिन के लिए नरोत्तम मिश्रा की तरह काम करने का मौका मिलेगा तो वह हैरान रह गईं।
जनता की समस्या पर ध्यान दिया गया और निर्देश दिया गया
मीनाक्षी वर्मा ने जनता की समस्याओं को सुना और ओएसडी एडीजीपी अशोक अवस्थी को निराकरण के लिए निर्देशित किया। रोजाना की तरह गृह मंत्री के बंगले पर कई लोग अपनी अलग- अलग समस्याओं को लेकर पहुंचे थे। आज जब नरोत्तम मिश्रा सीट पर नहीं थे तो लोग भी हैरान रह गए। गृह मंत्री की सीट पर महिला कॉन्सटेबल को देखकर वे चौंक गए। हालांकि जब उन्हें पता चला कि आज नरोत्तम मिश्रा की जगह महिला कॉन्स्टेबल उनका काम करेंगी तो वे नॉर्मल हुए।