पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के लेकर आज भी राहत भरी खबर है। 7 मार्च रविवार को न तो पेट्रोल के रेट में कोई बढ़ोतरी हुई और न ही डीजल के। पिछले आठ दिनों से दोनो तेलों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसके बावजूद दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल का रेट अपने सर्वोच्च स्तर पर है। राज्स्थान के श्रीगंगानगर के बाद बीकानेर में पेट्रोल 100 के पार चला गया है। यहां आज पेट्रोल 100.02 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.08 रुपये प्रति लीटर के दाम पर बिक रहा है। इससे पहले डीजल का अधिकतम हुआ था तब 30 जुलाई 2020 को 81.94 रुपये पर बिका था।
अब जाकर गिरे हैं पेट्रोल के दाम
अब दिल्ली में पेट्रोल का दाम 91.17 रुपये, जबकि डीजल का दाम 81.47 रुपये पहुंच गया है। वहीं, मुंबई में पेट्रोल की कीमत 97.57 रुपये व डीजल की कीमत 88.60 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है। नया साल पेट्रोलियम ईंधनों के लिए अच्छा नहीं रहा है। जनवरी और फरवरी में कुल मिलाकर 26 दिन ही पेट्रोल महंगा हुआ, लेकिन इतने दिनों में ही यह 7.26 रुपये महंगा हो गया। इन 26 दिनों के दौरान ही डीजल भी 7.60 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका था। हालांकि अभी गिरने की संभावना दिख रही है।
आखिर पेट्रोल डीजल का रेट क्यों बढ़ता है
पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। अगर केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारों का वैट हटा दें तो डीजल और पेट्रोल का रेट लगभग 27 रुपये लीटर रहता, लेकिन चाहे केंद्र हो या राज्य सरकार, दोनों किसी भी कीमत पर टैक्स नहीं हटा सकती। क्योंकि राजस्व का एक बड़ा हिस्सा यहीं से आता है। इस पैसे से विकास होता है।दरअसल विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत के आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज़ाना पेट्रोल और डीजल के रेट तय करती हैं। इंडियन ऑयल , भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम रोज़ाना सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की दरों में संशोधन कर जारी करती हैं।