दरअसल अभी के समय में सोशल मीडिया पर पंचायत चुनाव को लेकर चुनाव आयोग का लेटर तेजी से वायरल हो रहा है।जिसमें चुनाव आयोग द्वारा सभी कलेक्टरों से चुनाव की तैयारी को लेकर जानकारी मांगी गई है।सभी को यह जानकारी 15 तारीख से पहले चुनाव आयोग को देना होंगी।इस खबर को लेकरनगरीय चुनाव की दावेदारी कर रहे पार्षद पद के उम्मीदवार के चेहरे पर अचानक मायूस नजर आने लगे,क्योंकि पहले भी दो बार चुनाव आगे बढ़ चुके हैं।
अंतिम सूची जारी हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि नगरीय चुनाव को लेकर अंतिम सूची जारी हो चुकी है। जुलाई में वार्डों काआरक्षण भी तय हो चुका है,अब सिर्फ औपचारिकता ही बाकी है।चुनाव को लेकर सभी प्रकार की तैयारियां तेजी से की जा रही है।नगरीय चुनाव को जल्द ही कराने को लेकर हाई कोर्ट भी निर्देश दे चुका है।उज्जैन में आज ताबड़तोड़ हुए शिलान्यास भी इस बात की और इशारा कर रहे हैं कि नगरीय चुनाव के मूड में सरकार भी नजर आ रही है यदि पंचायत चुनाव पहले कराने होते तो ग्रामीण क्षेत्रों में आचार संहिता से पूर्व ताबड़तोड़ शिलान्यास किए जाते… ना कि शहर में।
तैयारियों में 15 से 20 दिन लग सकते हैं।
जानकारी मिली है कि कि पंचायत चुनाव की तैयारियां में कागजी तौर पर करीब 15 से 20 दिन और लगने हैं,फिर भी अगर इस समय अवधि में तैयारी पूर्ण हो गई तो ठीक,नहीं तो नगरीय चुनाव की तैयारी तो लगभग पूर्ण हो ही चुकी है।वैसे भी सरकार की स्थिति शहर में मजबूत एवं ग्रामीण में कमजोर है ऐसे में ग्रामीण चुनावों कि पहले घोषणा हो यह कम ही उम्मीद है।