यह खबर हर व्यक्ति को पता है प्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा मिलावटखोरों हर प्रकार के काले धंधे करने वालों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया है। लेकिन फिर भी मिलावटखोरों के हाथ रुक नहीं रहे हैं। जानकारी के अनुसार नीमच जिला पूरे प्रदेश में मिलावट खोरी के नाम पर अव्वल बन चुका है। शासन भले ही रासुका सहित तमाम कार्यवाही कर रही है लेकिन फिर भी मिलावट खोर करने वाले व्यापारी बीच की गली ढूंढ ही लेते हैं। इसमें गलती प्रशासन की भी है क्योंकि जब भी मिला करो के विरोध रासुका लगाई जाती हो तो उसकी रिपोर्ट सही समय पर नहीं भेजी जाती और इसके कारण रासुका रद्द हो जाती है।
अफसर को मोटी रकम देकर किया जहर बांटने का धंधा शुरू
आपको बता दें कि नीमच के एक दर्जन व्यापारियों ने एक अफसर को मौटी रकम देकर मुनाफाखोरी के चक्कर में जन—जन तक जहर पहुंचाने का किया गौरखधंधा शुरू कर दिया है।अभी तक नीमच में करीब 20 मिलावटखोरो पर रासुका सहित अन्य गंभीर धाराओं में कार्रवाई हो चुकी है, इसके बावजूद ये मिलावटखोर नहीं मान रहे है। सीएम शिवराजसिंह चौहान के मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने के अभियान के तहत नीमच में जमकर कार्रवाई हुई है।नीमच में फिर से मिलावटखोरो ने गौरखधंधा शुरू कर दिया है। नीमच शहर और आसपास के इलाकों में करीब एक दर्जन धनिए और अजवाईन पर पॉलिश करने की अवैध भट्टिया शुरू कर दी गई है। घटिया या निम्न स्तर का धनिया खरीदकर व्यापारी पॉलिश व कलर कर उसे चमकाते है और बिल्कुल हरा धनिया कर देते हैं और उसे फिर फायदा लेकर उंचे दामों में बेचते है।
धनिया पर कलर चढ़ाकर फायदा क्या होता है
उदाहरण के तौर पर तीस रूपए का धनिया कलर चढाकर या पॉलिश कर उसे 60 से 65 रूपए प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है। इसी प्रकार अजवाईन में किया जाता है। अजवाईन में कलर नहीं होता, उसे भटटी में पॉलिश कर अच्छा चमका दिया जाता है और उंचे दामों में इसे बेचा जाता है। बताया जा रहा है कि सभी मिलावटखोरों ने मिलकर एक अफसर को इस काम के बदले मौटी रकम दी गई है। करीब 15 दिन से यह गौरखधंधा चल रहा है। अभी तक कलेक्टर या अन्य अधिकारी ने इस संबंध में कोई ध्यान नहीं दिया है।सेहत के साथ खिलावड करने वाली अवैध भटिटया शुरू होने से सीएम शिवराजसिंह चौहान के अभियान पर सवाल उठ रहा है। मिलावट माफिया अचानक सक्रिय हो गए है। बीते कुछ दिनों से कार्रवाई भी ठंडे बस्ते में चली गई है। मनोज मंडोवरा, आरके पांडेय, चीनू अजमेरा, सोनू वर्मा, पियूष गर्ग सहित कई ऐसे व्यापारी है, जो अवैध रूप से भटिटयां संचालित कर रहे है। बघाना थाने के पास, मनासा रोड और ज्ञानोदय कॉलेज के पीछे इनके द्वारा अवैध भटिटयां पॉलिश करने की संचालित की जा रही है।
धनिया कैसे चमकाया जाता है
हाईड्रो केमिकल डालकर मिलावट खोरी धनिया और अजवाइन को चमकाते है।मिलावटखोर भटटी में पहले तो धनिया और अजवाईन को गीला करते है। इसका वजन बढाते है। फिर हाईड्रो केमिकल डालते है। इससे धनिया और अजवाईन का मूल स्वरूप चला जाता है। बंद कमरे में इसके बाद सल्फर का धुआं छोडते है। इस प्रकार की प्रकिया किए जाने से धनिया और अजवाईन चमक जाता है और बेस्ट क्वालिटी का दिखता है। इस प्रक्रिया में उपयोग में आने वाले केमिकल स्वास्थ्य के लिए घातक रहते है।धनिये पर पानी और पीला रंग छीड़ककर उसे बंद कमरे में करीब 12 घंटे के लिए रखा जाता है। सल्फर का धुआं धनिये पर छीड़का गया पानी सोख लेता है और उस निम्न स्तर के धनिये को चमकदार बना देता है। वही इन बंद कमरे को खोलने पर प्रदुषित धुंआ निकलता है जो कि आस – पास के रहवासियो के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालता है।