अफीम किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर जिला कांग्रेस ने नारकोटिक्स ऑफिस पर धरना प्रदर्शन किया और केंद्रीय वित्त मंत्री के नाम पर अफीम अधिकारी को ज्ञापन सौंपा ! और बताया कि अफीम लाइसेंस में देरी होने के कारण किसानों की फसलों पर प्रभाव पड़ा और उनका अफीम मार्जिन इसके द्वारा कम सकता है, इससे किसानों की अफीम फसल में बीमारी लग गई है इसी के साथ कांग्रेश के अधिकारियों ने नारकोटिक्स विभाग का घेराव कर किसानों को राहत देने की मांग की।
मंदसौर अफीम फसल के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है
मंदसौर अफीम की फसल के लिए पूरे देश में जाना जाता है लेकिन इस साल फसल में बीमारी आने के कारण मंदसौर पिछड़ सकता है। अपने विशिष्ट वातावरण और अन्य अनुकूलता के कारण लंबे समय से यहां अफीम की फसल होती है चालू अफीम सीजन के दौरान मंत्रालय द्वारा लाइसेंस में देरी की गई इसके साथ प्राकृतिक आपदा के कारण मंदसौर जिले में अफीम फसल काफी प्रभावित होती है प्रतिकूल मौसम के कारण फसल में खखारिया , काली मिससि , पीली मिस्सी , आदि रोग हो जाने के कारण पौधे खराब हो गए हैं जिसके कारण हजारों किसान अफीम की फसल उखड़वाना चाहते हैं।
डोडो से पर्याप्त मात्रा में अफिम नहीं निकल रहा है
इस बार डोडो में से पर्याप्त मात्रा में अफीम नहीं निकलने के कारण सभी किसानों के सामने औसत पूरा करने का संकट खड़ा हो गया है। नारकोटिक्स विभाग द्वारा किसानों से रोज स्मार्टफोन के माध्यम से अफीम पैदावार की जानकारी मांगी जा रही है। नवीन तकनीकी से अनजान किसान और दूर वाले क्षेत्रों में नेटवर्क रेंज नहीं होने से परेशान है। किसानों को राहत देने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय अफीम औसत में कमी करने के साथ ही प्रभावित किसानों की अफीम की फसल का आकलन करके मुआवजा देना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस मंत्री महेंद्र सिंह गुर्जर, परशुराम सिसोदिया, अजहर हयात मेव, विपिन जैन, शैलेंद्र बघेरवाल, अनिल शर्मा, हनीफ शेख, गोविंद सिंह पवार, किशोर गोयल, शीतल सीमा बोराना, फकीर चंद्र गुर्जर सहित अन्य मौजूद थे।