अगर नहीं सुधरे हालात तो MP के इन शहरों में 8 मार्च से लग सकता है नाइट कर्फ्यू,फिर बेकाबू हो रहा है कोरोना

 

मध्य प्रदेश तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को मंत्रालय में कोरोना की समीक्षा बैठक की।जिसमें उन्होंने कहा कि भोपाल और इंदौर में कोरोना के प्रकरणों में लगातार वृद्धि हो रही है। मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग पर सख्ती जरूरी है।यदि अगले 2 दिनों में कोरोना के मामलों में गिरावट नहीं हुई तो 8 मार्च से भोपाल और इंदौर में रात्रि कर्फ्यू लगाया जायेगा। बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान मौजूद थे।

कोरोना का नया रूप अधिक घातक है

सीएम शिवराज ने कहा कि इंदौर में लंदन वैरिएंट से प्रभावित 6 मरीज मिले हैं।लंदन वाले कोरोना का का संक्रमण अधिक घातक है। इंदौर में पिछले सप्ताह प्रतिदिन औसतन 151 प्रकरण बढ़े हैं।इसी प्रकार भोपाल में 78, जबलपुर में 16, बैतूल में 13 और छिंदवाड़ा व उज्जैन में 11-11 मामले रोजाना बढ़े हैं। इंदौर में पिछले 15 दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी हुई है।जिसे देखते हुए इंदौर और भोपाल में सावधानियां बरतना और सख्ती करना आवश्यक है।

फिर से नियम का पालन नहीं करने पर होगी कार्यवाही 

सीएम ने दुकानदारों से सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने, मास्क लगाने और अन्य सावधानियां बरतने की अपील की है।उन्होंने कहा कि दुकानदार दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करें।जो दुकानदार बिना मास्क के दुकान पर बैठेंगे या बिना मास्क लगाए ग्राहकों को सामान देंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सीएम ने भोपाल और इंदौर में तत्काल प्रभाव से सामान्य तौर पर रोको-टोको अभियान आरंभ करने को कहा।

सीएम ने कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, उज्जैन और महाराष्ट्र से लगे जिलों में कोरोना से प्रभावित प्रकरणों की संख्या बढ़ रही है। प्रदेश में किसी भी हालत में स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया जाए।महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। इसकी जवाबदारी बस ऑपरेटरों की होगी।सीएम ने उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शासकीय तथा गैर-शासकीय शैक्षणिक संस्थाओं में मास्क का उपयोग अनिवार्य किया जाए।इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।

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