मंदसौर जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए नगर पालिका द्वारा संजय गांधी उद्यान में जन समस्या निवारण शिविर लगाया गया था।शिविर तो जन सामान्य को लेकर लगाया गया था लेकिन इसमें प्रमुख समस्याएं तो निराकृत हुई ही नहीं, हालांकि वसूली पूरी हो गई। यह शिविर वार्डों में लगने वाले वसूली शिविर की तरह ही रहा। इतने बड़े स्तर पर लगाए गए शिविर में अधिक मामलों का निराकरण हो सके इसके लिए नगर पालिका ने प्रचार प्रसार किया ही नहीं। इसके कारण शिविर में मात्र 300 शिकायतें ही पहुंची जबकि शहर की आबादी 200000 से भी अधिक है।
शिविर में सिर्फ 300 शिकायतें ही पहुंची
नगर पालिका द्वारा चलाए गए शिविर में सिर्फ 300 शिकायतें पहुंची जिसमें नापाक का दावा है कि 155 का निराकरण किया जा चुका है और 145 शिकायतें शेष रह गई है। उसमें सभी प्रमुख शिकायतें शामिल है मौके पर सिर्फ वसूली से संबंधित मामलों का ही निराकरण हुआ है।नगर पालिका द्वारा लगाए जन समस्या निवारण शिविर का प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण शिविर सुना ही रह गया। यहां पर नपा के सभी विभागों के 14 काउंटर लगाए गए थे। सभी काउंटर पर पूरे समय अधिकारी व कर्मचारी हाथ पर हाथ धरकर ही बैठे रहे उनके पास कोई अपनी शिकायत दर्ज करवाने नहीं आया। नापा के आंकड़ों के अनुसार शिविर में 136 मामले तो सिर्फ सामान्य वसूली के हैं। राजस्व विभाग के 78 मामले शिविर में पहुंचे हैं। इनमें से सभी निराकृत करते हुए नपा द्वारा 1 लाख 40 हजार ₹328 की वसूली की गई।
कहां-कहां से कितनी कितनी वसूली की गई है
इसी तरह जलकर वसूली के 43 मामले में पहुंची सभी 43 निराकृत करते हुए 36 हजार ₹63 की वसूली की गई। दुकान किराया वसूली के छह में छह ही मामले का निराकरण करते हुए 36 हजार ₹862 की वसूली की गई। विकास शाखा किराया वसूली के साथ में दो मामलों का निराकरण कर 17 हजार ₹177 की वसूली की गई। वसूली के कुल 136 मामलों में नाप आने दो लाख 30 हजार ₹430 की वसूली की गई।इसके अलावा जन समस्या के मात्र 19 मामलों का निराकरण हुआ जबकि इतने मामले तो प्रतिदिन नपा में ही निराकृत हो जाते हैं।शिविर का शुभारंभ प्रशासक एवं कलेक्टर मनोज पुष्प एवं विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया द्वारा नगर पालिका द्वारा किया गया।विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि जो कॉलोनी या नगरपालिका को हस्तांतरित हो गई है उन्हें बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के यथाशीघ्र प्रयास किए जा रहे हैं।घंटाघर एवं सदर बाजार क्षेत्र में पार्किंग सुविधा नहीं होने से यातायात बाधित होता है इसलिए घंटाघर स्थित सब्जी मंडी एवं बस स्टैंड के आसपास पार्किंग स्थल चिन्हित कर वहां पर पार्किंग स्थल बनाया जाएगा।