शायद आप पहली बार बिजली विभाग का ऐसा रूप देख रहे होंगे। बिजली विभाग वालों ने इस बार बिल नहीं भरने वालों के साथ एक अजीबोगरीब कार्यवाही की है। बिजली कंपनी द्वारा बकायेदारों से वसूली के लिए छेड़ी गई खास मुहिम के तहत यह कार्यवाही की गई है। बिजली विभाग में जिन जिन लोगों के बिजली बिल बाकी थे उनके सभी वाहन जब्त कर लिए हैं और उनको अपने क्षेत्र में लाकर रख दिया है। उनको देखकर तो ऐसा लग रहा है जैसे यह वाहन किसी पुलिस थाने के अंतर्गत पुलिस वालों ने जब्त कर रखी हो लेकिन असल में यहां सभी बिजली विभाग द्वारा जब्त किए गए हैं।
विभाग ने किए 15 दिन में 10 करोड़ वसुल
खबर शहर के ईटखेड़ी इलाके से जुड़े सभी गांव की है जहां पर बिजली विभाग द्वारा लोगो के बिजली बिल जमा नहीं किए जाने पर विभाग ने 15 दिन में ही ₹100000000 वसूल कर लिए हैं। बिजली कंपनी ने इसके तहत 42 ट्रैक्टर, 10 कार, 120 बाइक और 150 पानी की मोटर जब्त की है। बिजली कंपनी ने सिटी सर्कल के अमले बकायेदारों से ट्रैक्टर, बाइक, कार और कुआं में लगी पानी की मोटर की कुर्की करके सिर्फ 15 दिन में ₹100000000 वसूल कर लिए। बकायादारो की लिस्ट बनाकर पहले तो उन्हें नोटिस दिए जा रहे थे। लेकिन उनके द्वारा बिल का भुगतान नहीं करने पर इस प्रकार की कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है। जो लोग अपना बचा हुआ बिल नहीं भर रहे हैं उनका तय नियम के अनुसार मीटर भी उखाड़े जा रहे हैं।
10 लाख रुपए तक भी लोगों के बिल बाकी थे
कंपनी के नॉर्थ डिविजन के डीजीएम डीके तिवारी के मुताबिक इन लोगों में ऐसे उपभोक्ता भी शामिल है जिन पर दो 2 साल से एक व्यक्ति से ₹900000 तक बकाया राशि थी। कार्रवाई होने के बाद कई लोगों ने बिल भर दिया जिस क्या बात जिन लोगों ने बिल भर दिए उनको उनके वाहन वापस लौटा दिए गए। बकायेदारों में कुछ बिल्डर भी शामिल है। कंपनी अमले ने एक बिल्डर से ₹900000 की वसूली के लिए इनका दफ्तर भी सील कर दिया है। ईस्टर डिवीजन के डी जी एम् एल एन पाटीदार ने बताया कि इंडस्ट्रियल गेट गोविंदपुरा जॉन स्थित फैक्ट्री संचालन पर 1.17 लाख रुपए से ज्यादा बकाया था। भुगतान नहीं करने पर फैक्ट्री सील कर दी गई है। पिछले दिनों दो फैक्ट्रियों पर कुर्की की कार्यवाही की गई है। कुछ दुकानें भी सील की गई है। बिजली विभाग की यह कार्यवाही करने के बाद ही लोग बिजली बिल का भुगतान करना शुरू किए हैं और अब लोग बिल भुगतान कर रहे हैं और अपने वाहन वापस ले जा रहे हैं।