सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन सीबीएसई द्वारा निर्णय लिया गया कि दसवीं में अब कोई विद्यार्थी फेल नहीं होगा । इससे छात्र-छात्राओं को यह फायदा होगा कि उनका 1 साल बर्बाद होने से बचेगा । सीबीएसई बोर्ड नया नियम स्किल इंडिया के मकसद के तहत बनाया है । क्योंकि कई ऐसे कमजोर विद्यार्थी होते हैं कि वह मैथ्स और साइंस, फिजिक्स जैसे विषयों मैं फेल हो जाते हैं और उनका 1 साल बर्बाद हो जाता है लेकिन वही स्टूडेंट अन्य दूसरे विषय कंप्यूटर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि में उनकी रुचि होती है । जिससे कि उन विद्यार्थियों को एक विषय में कमजोर होने पर उन्हें फेल नहीं किया जाएगा ।
सीबीएसई द्वारा जारी किया गया स्किल बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट की रुचि बढ़ेगी जिससे छात्रों को अन्य दूसरे विषयों में भी जिसमें वह रूचि रखना चाहता है पढ़ने का मौका मिलेगा । सरकार द्वारा जारी किया गया नई शिक्षा नीति में 2020 में लगभग 20% छात्रों ने इस लर्निंग प्रोग्राम में पार्टिसिपेट किया है वही अब यह 2021 में इसका प्रतिशत 30% हो गया है जो सीबीएसई बोर्ड का कहना है कि धीरे-धीरे इसका स्तर बढ़ेगा और छात्रों में इसकी रुचि भी बढ़ेगी । अगर कोई स्टूडेंट कमजोर है तो इसका मतलब यह तो नहीं कि वह नाकारा है ।