मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 18 सितंबर को उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के किसानों के खातों में ऑनलाइन बीमा राशि डालने की शुरुआत की थी। तीन माह निकलने के बाद भी जिले के 783 किसानों को अभी भी बीमा राशि का इंतजार है। विभाग ने दावा किया है कि दस्तावेजों के अधूरे होने के कारण इन किसानों को अब तक बीमा राशि का भुगतान नहीं हुआ है। विभाग ने यह भी कहा है कि जल्द ही इनको बीमा राशि मिल जाएगी।
अतिवृष्टि के कारण फसलें हुई थी पूर्ण रूप से बर्बाद
वर्ष 2019 में जिले में अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसलें पूर्ण रूप से बर्बाद हो गई थी। इसके बाद किसानों की मांग पर जिला प्रशासन ने सर्वे करवाया था। सर्वे में पाया गया कि किसानों की फसलें शत प्रतिशत नष्ट हुई है जिसके कारण इस पर बीमा कंपनी ने जिले के 76 हजार 86 किसानों के लिए 210 करोड रुपए की राशि स्वीकृत की गई। इस राशि का वितरण 2020 के सितंबर माह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उज्जैन में आयोजित एक कार्यक्रम से किया।
एक क्लिक में बीमा राशि किसानों के खातों में पहुंचाने का था दावा
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया था कि एक क्लिक में बीमा राशि सभी किसानों के खातों में पहुंच जाएगी लेकिन कार्यक्रम के कई दिनों बाद भी किसानों के खातों में बीमा राशि नहीं पहुंची। 3 माह बाद भी जिले के 783 किसान ऐसे हैं जिनको बीमा राशि का इंतजार है। इन किसानों को बार-बार बैंकों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
जिले में किसानों की कुल संख्या
कृषि विभाग की जानकारी के अनुसार जिले में करीब एक लाख 33000 किसान है, जिनके द्वारा खेती की जाती है। वर्ष 2019 में जिले में अतिवृष्टि के कारण जिले के सभी किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी। कृषि विभाग व बीमा कंपनी सहित सरकार ने भी फसलों को 100 फिसद नुकसान माना था, लेकिन करीब एक वर्ष बाद बीमा कंपनी द्वारा मात्र 76 हजार किसानों को ही बीमा राशि स्वीकृत की गई।