मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल के मिंटो हाल में महिलाओं का सम्मान किया। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जन जागरुकता अभियान के तहत शिवराज सिंह ने आयोजित एक वर्चुअल सम्मान समारोह में महिलाओं और बालिकाओं का सम्मान किया।सीएम ने हमेशा की तरह कार्यक्रम की शुरुआत बालिका पूजन के साथ ही की। उन्होंने कहा कि देश की सरकार लगातार लड़कियों की सुरक्षा के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश में महिला अपराध में 15 फीसदी कमी आई है।सीएम बोले जब लड़कों की शादी की उम्र 21 साल है तो हमें बेटियों की शादी की उम्र भी 21 साल कर देनी चाहिए।
बेटियों की शादी की उम्र भी 21 वर्ष करने की बात कही
शिवराज सिंह ने कहा कि कुछ लोग लड़की पैदा होने पर दुखी हो जाते हैं इसी सोच को दूर करने के लिए हमने लाडली लक्ष्मी योजना चलाई। ताकि सभी लोग बेटियों को बोझ समझना बंद कर दे।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने यह भी कहा कि बेटियां बोझ नहीं होती और ना ही किसी से कम होती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर हो रहे अपराध को रोकने के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है। हमें इस कार्य में सफलता भी मिल रही है पिछले 10 महीनों में महिला अपराधों में 15 प्रतिशत गिरावट आई है।सीएम शिवराज ने यह भी कहा कि प्रदेश में से कुल सात हजार बेटियां गायब हुई थी जिनमें से 4000 सुरक्षित मिल गई हैं और बाकी बचे तीन हजार को भी हम सुरक्षित वापस लेकर आएंगे।
पोर्न फिल्मों पर भी लगाया जाएगा प्रतिबंध
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पोर्न फिल्मों पर प्रतिबंध लगना चाहिए। इनके कारण बच्चों की मानसिकता खराब हो रही है। ऐसी चीजें बच्चों को दिखाई जाएगी तो परिणाम समाज पर दिखेगा ही। हमारे समाज मैं माहौल ऐसा ही हो गया है कि इसको देखो बेटियों को समझाता है, बेटों को समझाने की हिम्मत कोई नहीं करता। अगर कोई घटना घटित हो जाती है तो सारा दोष बेटियों को दिया जाता है। और समझाया जाता है कि कुछ हो जाए तो किसी को कहना मत। ऐसी बातें लड़कियों को समझाई जाती है।लेकिन अब समाज को बदलने का समय आ गया है।
हम बेटियों के हित के लिए धर्म स्वातंत्र विधेयक लाया गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम बेटियों के हित के लिए मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2020 लेकर आए हैं जिसमें कोई भी बेटियों को बातों में बहकाकर उनकी जिंदगी तबाह नही कर सके। शिवराज सिंह चौहान ने कहा जी महिलाओं की सुरक्षा करना हमारी प्राथमिकता है और सरकार का तेजी से कार्य चल रहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि महिलाओं के सम्मान से खेलने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। ऐसे लोगों को मध्यप्रदेश में नहीं रखा जाएगा।