राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों द्वारा क़ृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर परेड निकाली गई। ट्रैक्टर रैली के दौरान भयानक हिंसा हो गई। इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा भारत रूख अपनाए जाने के बाद दिल्ली पुलिस भी हरकत में आ गई है। दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के लिए एनओसी पर साइन करने वाले सभी किसान नेताओं पर एफ आई आर दर्ज की है। हिंसक आंदोलन के बाद दिल्ली पुलिस ने भी अपनी हरकत शुरू कर दी है।
किन किन नेताओं पर की गई है एफ आई आर दर्ज
दिल्ली वाला जिन नेताओं पर एफ आई आर दर्ज की गई है उनमें राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, वीएम सिंह, विजेंदर सिंह, हरपाल सिंह, विनोद कुमार, दर्शन पाल, राजेंद्र सिंह, बलवीर सिंह ,बूटा सिंह, जगतार बाजवा, जोगिंदर सिंह के नाम बताएं जा रहें हैं। किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ गाजीपुर थाने में केस दर्ज किया गया है। उनके ऊपर दंगा करने, हत्या का प्रयास करने, पुलिस पर हमला करने एवं सरकारी व निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने सहित अन्य धाराएं लगाई गई है।
ट्रैक्टर परेड में कई पुलिसकर्मी हुए घायल
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि गणतंत्र दिवस पर परेड को बाधित करने के लिए किसानों की रैली और पारंपरिक रूप से सहमत मार्ग का पालन नहीं करने जैसे कार्य किए गए थे। पुलिस ने किसान आंदोलन में हुई हिंसा के संबंध में 200 लोगों को हिरासत में भी लिया है,जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। रैली में घायल पुलिसकर्मीयो की संख्या बढ़कर 313 हो गई है।इस मामले में 22 एफ आई आर दर्ज की जा चुकी है। आंदोलन के संबंध में पुलिस द्वारा कई सीसीटीवी फुटेज और विडियो खंगाले जा रहे हैं। हिंसा के दौरान कई स्थानों पर कड़ी सुरक्षा भी कर दी गई है।खासकर लाल किले और आंदोलन जगहों पर।
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर रैली निकालने का प्रस्ताव दिया गया था। रैली के संबंध में मोर्चा के साथ दिल्ली पुलिस की कई बार मीटिंग भी हुई थी। पुलिस द्वारा बताया गया है कि मोर्चा द्वारा राजधानी के चार रास्तों पर शांतिपूर्ण रैली निकालने के लिए आश्वासन दिया गया था। किसान मोर्चा द्वारा जो आश्वासन दिया गया था वैसा तो बिल्कुल भी नहीं हुआ। किसानों द्वारा उग्र आंदोलन कर दिया गया जिसमें काफी नुकसान हुआ है। पुलिस आरोपियों को ढूंढ कर गिरफ्तार कर रही है।