मध्यप्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल शिक्षा सत्र 2020-21 से बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न के साथ-साथ कॉपी जांचने और मूल्यांकन की प्रक्रिया में भी बड़ा बदलाव करने जा रहा है। पहले एक जिले की परीक्षा की कॉपियां दूसरे जिले में चेक होने के लिए जाती थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। भले ही बोर्ड परीक्षा इस बार 2 माह देरी से अप्रैल के अंत में शुरू होगी लेकिन इसका रिजल्ट जल्दी घोषित करने की पूरी तैयारियां चल रही है। इसलिए इस बार कापिया जिले में ही जांच की जाएगी।
पेपर होने के अगले दिन से ही शुरू हो जाएगा कापियां जांचने का काम
इस बार ऐसा किया जाएगा कि जिस दिन जिस विषय का पेपर होगा वह कॉपियां अगले दिन से ही जांचना शुरू हो जाएगी। एक एक विषय का रिजल्ट समन्वयक केंद्रों से बोर्ड को ऑनलाइन भेजा जाएगा, जिससे विषयवार रिजल्ट भी माशिमं की वेबसाइट पर प्रदर्शित होने लगेंगे। विषय वार कापियों का परिणाम बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। अब बोर्ड परीक्षा में कम नंबर आने पर विद्यार्थी अपने काफी को फिर से जांच करवा सकता है।
विद्यार्थी हर विषय का करवा सकेंगे पूनर्मूल्यांकन
विद्यार्थी अभी तक सिर्फ पुनर्गणना करवा पाते थे लेकिन अब विद्यार्थी दोनों के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिन विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में मिले अंकों पर शक है तो वे हर विषय का पूनर्मूल्यांकन करवा सकेंगे। इस बार बोर्ड दो परीक्षा ले रहा है। कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 30 अप्रैल से 15 मई तक चलेगी। वहीं दूसरी परीक्षा एक से 15 जुलाई तक चलेगी। विद्यार्थियों के लिए बोर्ड ने ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था की है।
पहले क्या होता था और अब क्या होगा
पहले आधी परीक्षा होने पर मूल्यांकन शुरू होता था लेकिन अब विषय वार मूल्यांकन होगा। पहले कॉपीया दूसरे जिले में जाती थी जिससे समय बहुत लगता था लेकिन अब कोपियां परीक्षा के अगले दिन से ही जांचना शुरू हो जाएगी। इस बार रिजल्ट जल्दी घोषित हो जाएगा।