जिले में 29 व 30 नवंबर को पाला गिरा था। इसके बाद जिले में 2 व 4 जनवरी को भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई। पाला और ओलावृष्टि होने से किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। कुछ किसानों की फसलें तो पूरी तरह से नष्ट हो गई है। भानपुरा के 1 दर्जन से अधिक गांवों में ओलावृष्टि हुई है जिसके कारण किसानों की फसलें खराब हो गई है। इस नुकसान पर किसानों की कोई सुनने वाला नहीं दिख रहा है।
प्रशासन को नहीं नजर आ रहा है किसानों का नुकसान
किसानों का कहना है कि हमारी फसलें ओलावृष्टि के कारण पूरी तरह से चौपट हो गई है लेकिन प्रशासन को उतना नुकसान नजर नहीं आ रहा है जितना हमारी फसलों में हुआ है। अभी तक हुए सर्वे में प्रशासन ने भानपुरा क्षेत्र के 14 गांव में सिर्फ 66 लाख का नुकसान ही माना है। प्रशासन ने पाला गिरने से कहीं पांच तो कहीं 10 प्रतिशत नुकसान ही बताया है जबकि किसानों का कहना है कि पाला गिरने से धनिया के साथ ही चना, मेथी, सरसों की फसलों में काफी नुकसान हुआ है
किन किन गांवों में गिरे ओले
जिले में मौसम परिवर्तन के साथ 2 जनवरी की रात को भानपुरा क्षेत्र के ग्राम कैलाशपुर, पिपल्दा, सुजानपुरा, कंवला, कागल्याखेडी, नीमथूर, केथुली,सानडा, कोठडी, भीमपुरा, गोरधनपुरा, बड़ोदिया, ढाबलामाधोसिह, गांव में ओले गिरे थे। इनसे सीजन की सभी फसलों को नुकसान हुआ। सबसे ज्यादा नुकसान धनिए की फसल में हुआ। किसान कह रहे हैं कि हमारी फसलें ओले से नष्ट हुई है और 4 जनवरी को भी जिले में बारिश हुई थी। कई जगह ओले भी गिरे।
सर्वे की रिपोर्ट एस एल आर कार्यालय पहुंच रही है
फसलों के नुकसान का सर्वे किया जा रहा है। राजस्व विभाग द्वारा किए जा रहे सर्वे की रिपोर्ट एसएलआर कार्यालय पहुंच रही है। अब तक की सर्वे रिपोर्ट में राजस्व अमले द्वारा किए गए सर्वे में नुकसान कम ही दिख रहा है।एस एल आर सुनील शर्मा ने बताया कि भानपुरा क्षेत्र के 14 गांवों में ओलावृष्टि से 66 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।वही पाला गिरने से कहीं 5 तो कहीं 10% नुकसान ही हुआ है। जबकि किसानों का कहना है कि हमारा काफी ज्यादा नुकसान हुआ है।
पाले से सबसे ज्यादा चने में नुकसान, ओलावृष्टि से पूरी तरह नष्ट हो गई धनिया की फसल
29 व 30 दिसंबर को पाला गिरने से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि पाला गिरने से सबसे ज्यादा सरसों, चना और मेथी की फसल में नुकसान हुआ है। अभी तक क्षेत्र में सर्वे नहीं हुआ है किसानों ने उचित मुआवजे की मांग भी की है। ओलावृष्टि के कारण किसानों की रबी की फसलों में भी काफी नुकसान हुआ है। किसानों का सबसे ज्यादा नुकसान धनिया की फसल में हुआ है। नुकसान काफी ज्यादा हुआ है लेकिन प्रशासन इसको केवल 50% नुकसान ही मान रहा है। जबकि किसानों के अनुसार धनिया में 75% नुकसान हुआ है।