ग्राम गोगरपुरा तहसील मंदसौर के निवासी अपने गांव में कुछ व्यवस्थाओं से नाखुश है। गांव में कई चीजें ऐसी है जो खराब लगाई गई है शिकायत करने पर भी सही नहीं हो रही है। गांव में पानी पर्याप्त होने पर भी लोगों को सही समय पर पानी नहीं मिल पा रहा है और ना ही पानी की जरूरत पूरी हो रही है।
क्या कहते हैं गोगरपुरा के निवासी
ग्राम पंचायत गोगरपुरा के निवासी बलदेव पाटीदार, रामचंद्र पाटीदार, खेमराज पाटीदार, कैलाश दास बैरागी, गोविंद, पूरनमल, अमरलाल, कालूराम कहते हैं कि हमारे गांव में करीब 1 महीने से नल जल व्यवस्था चौपट हो रखी है। इसका कारण मोटर जल गई है या कुछ अन्य समस्या है लेकिन पंचायत इसे ठीक तो करवा सकती है लेकिन पंचायत इसे ठीक भी नहीं करवा रही है। पानी की मात्रा पर्याप्त होने पर भी ग्रामीणों की जरूरत है पूरी नहीं हो पा रही है जिससे ग्रामीण परेशान है।
इंजीनियर ने बोला कि मैं ठीक करवा दूंगा आप शिकायत वापस ले लो
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि धारा खेड़ी मार्ग पर जो कल्वर्ट पुलिया बनाई गई है वह पिछले पांच से छह महीनों में ही टूट गई है जब पुलिया की शिकायत करवाई गई तो इंजीनियर ने आकर बोला कि मैं इस पुलिया को ठीक करवा दूंगा। इंजीनियर ने ग्रामीणों से शिकायत वापस लेने के लिए भी कहा। गांव में मुक्तिधाम पर 3 से 4 साल हो गए हैं लेकिन उसने 4 साल पहले के मात्र चार कलम ही खड़े हैं अभी तक उस पर शेड नहीं लगाया गया है। लकड़ी वंडर कक्षा का भी निर्माण अभी तक नहीं किया जा सका है। ग्रामीणों ने कहा कि इसके कारण हमें बारिश के समय किसी का भी दाह संस्कार करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
कुछ समय में ही सड़क से गिट्टी बाहर आ गई है
ग्रामीणों ने सड़क को की भी शिकायत की कि गांव में जहां पर भी सड़कें बनाई गई है। सभी सड़कों का निर्माण घटिया तरीके से हुआ है कुछ समय में ही सड़कों से गिट्टी बाहर आने लगी है। सड़कों के साइड में नालियां भी सही प्रकार से नहीं बनाई गई है जिसके कारण गंदा पानी सड़कों पर ही भरा रहता है। अभी तक गांव में कोई अभियान नहीं चलाया गया जिससे गांव स्वच्छ हो सके बल्कि सभी घरों में से निकलने वाला गंदा पानी घरों के बाहर ही पड़ा रहता है। गांव में गौशाला बनने को 2 साल होने को आए हैं लेकिन उसको अभी तक चालू नहीं किया गया है।
गांव का सरपंच दूसरे गांव का है इसलिए अच्छा कार्य नहीं किए हैं
सरपंच का गांव डुंगलावदा होने के कारण उसने हमारे गांव में कोई भी कार्य सही से नहीं किया है और उसके ही गांव में सारे कार्य अच्छे किए हैं। हमारे गांव को तो सरपंच ने भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। इसका कारण चुनाव के समय उम्मीदवार मतदाताओं को शराब पिलाते हैं और खूब धन लुटाते हैं। जो चुनाव में पैसा खर्च करता है और लोगों के दिल जीत लेता है वही चुनाव जीत जाता है। इसी कारण गांव में विकास कार्य नहीं हो पाते हैं।