कृषि उपज मंडी जीरन में पूरे नीमच और मंदसौर जिले में उपज के अच्छे दाम मिलते हैं। यहां दूर-दूर से किसान अपनी उपज लेकर जीरन मंडी पहुंचते हैं जहां पर किसान और व्यापारियों के बीच विवाद के किस्से हमेशा कम ही आते हैं। मंडी शहर से नियमित दूरी पर भी स्थित है और पूरी तरह से सुरक्षित बनी हुई है। जीरन मंडी को किसान लहसुन की मंडी के नाम से भी खूब पहचानते हैं। लेकिन यहां पर कुछ व्यवस्थाएं सही नहीं होने के कारण किसानों में नाराजगी भी देखी जाती है।
जीरन मंडी में स्वच्छता के लिए सही व्यवस्था नहीं है
सभी प्रकार की सुविधाएं होने के बावजूद भी यहां प्रशासनिक व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण किसानों में खासी नाराजगी देखी जाती है। पिछले एक पखवाड़े से किसानों और व्यापारियों के लिए बने सुलभ शौचालय में गंदगी पसरी पड़ी है। उनकी सफाई सही समय पर नहीं की जाती और अगर सफाई करने का मौका भी आ जाए तब भी सही प्रकार से नहीं की जाती है। मगर इस समस्या पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। किसानों और व्यापारियों ने कई बार मंडी प्रभारी एवं सहायक उप निरीक्षक विजय जैन को सुलभ शौचालय की बदहाल हालत से अवगत करवाया लेकिन सहायक उपनिरीक्षक विजय जैन को जैसे मंडी की साफ-सफाई या अन्य सुविधाओं के संबंध में कोई मतलब नहीं है।
“गंदगी है तो मैं क्या करूं, क्या मैं जाकर सफाई करूं क्या”: विजय जैन
किसान जब सफाई की शिकायत लेकर गए तो उन्होंने कई बार किसानों को यह कह कर भगा दिया की “गंदगी है तो मैं उसका क्या करूं, क्या मैं जाकर सफाई करूं”। मंडी परिसर में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर मंडी के उप निरीक्षक विजय जैन बिल्कुल भी सतर्क नहीं है। मंडी में क्या चल रहा है या फिर किसानों को कोई परेशानी तो नहीं हो रही है इस पर ध्यान देने की वजह अधिकारी बस मंडी कार्यालय में बैठे बैठे आराम फरमाते रहते हैं। इस मामले में जब मंडी निरीक्षक को एक और बार अवगत कराया गया तो मंडी निरीक्षक ने फिर से कह दिया कि इसका मैं कुछ नहीं कर सकता यह मेरे बस का मामला नहीं है। आपको सफाई करवानी है और गंदगी फैल रही है तो आप नीमच जाकर कहिए। पत्रकारों ने इस मामले में मंडी निरीक्षक से सवाल-जवाब किए तो मंडी निरीक्षक मंडी के बाहर इधर-उधर भागते नजर आए। उसके बाद सफाई कर्मचारी को फोन लगाते हुए दिखाई दिए।