जिले में लगातार गिर रहे तापमान की वजह से खेतों में खड़ी फसलों पर पाले की मार लगने लगी है इससे फसलों पर अब नुकसान भी होने लगा है पाला गिरने से पत्ते व दाने जल गए हैं किसानों का दावा है कि फसलों का 50 फ़ीसदी से ज्यादा नुकसान हो गया है जबकि अधिकारी लोग पाले से फसलों का नुकसान को नकार रहे हैं
दिसंबर के आखिरी से आ रही है तापमान में लगातार गिरावट
उल्लेखनीय है कि तापमान में 27 दिसंबर से गिरावट आ रही है इससे 28 व 29 दिसंबर को फसलों पर बर्फ भी जम गई इससे फसलों पर पाले की मार लग गई। पाला गिरने के दो दिन बाद ही फसलों के पत्ते जल गए ।इससे किसान काफी चिंतित हो गए और किसानों ने दावा भी किया कि हमारी फसलों को 50 फीसद तक नुकसान हुआ है लेकिन अधिकारी इसको नकार रहे हैं।
कहीं से भी नुकसान की सूचना प्राप्त नहीं हो रही है
तापमान एकाएक गिरने से फसलों पर पाला गिरा पाला गिरने के कारण किसानों के खेतों में खड़ी बैंगन अजवाइन हरा धनिया चना व सरसों की फसलें जल गई और पत्ते सूख गए हैं। वातावरण में ठंडक घुल गई है जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। लेकिन अभी तक पाला गिरने से नुकसान की सूचना कहीं से भी नहीं मिल रही है।पहला पाला 18 और 19 दिसंबर की रात को गिरा। वही दूसरा वाला 28 और 29 दिसंबर की रात को गिरा। पहले पाले मैं तो किसानों को कम नुकसान हुआ लेकिन दूसरे वाले में किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ।