आज नए कृषि कानून को लेकर किसानों में जो भ्रम है उसको दुर करने के लिए मध्यप्रदेश के किसानों को संबोधित किया साथ ही मध्यप्रदेश के किसानों को नए क्रेडिट कार्ड वितरित किए एवं खरिब कि फसल कि हुई हानि को लेकर प्रदेश के 35 लाख किसानों को लगभग 1600 करोड़ रुपए किसानों के खाते में डालें गए हैं ।
आइए जानते हैं क्या कहा मध्यप्रदेश के किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए
आज प्रदेश के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज किसानों को राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए उन्हें भड़काया जा रहा है किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर उन पर वार किए जा रहा है कृषि कानून को लागू हुए 6 महिने हो चुके हैं लेकिन अब राजनीतिक पार्टियां किसानों को भड़का रही है ।
राजनीतिक पार्टियां किसानों को भड़का रही है कि सरकार एमएसपी खत्म कर देगी । कानून रातों रात नहीं आया है इस कानून पर सभी संगठनों ने अपने अपने विचार विमर्श किए हैं । फिर यह कानून बना है।
हमारी सरकार ने स्वामिनाथम कमीशन कि रिपोर्ट को जो पिछली सरकार ने अटका रखा था जिस योजना को हमारी सरकार ने फिर से फाइलों को देखते हुए उस पर विचार विमर्श कर लागू किया है जो पहले कि सरकार ने इन फाइलों को 7-8 सालों से अटका रखा था।
साथ ही उन्होंने पिछले सरकार द्वारा किसानों से किए गए वादों को याद दिलाते हुए कहा कि पिछली सरकार ने किसानों से 10 दिन के भीतर कर्जा माफ करने को कहा गया था लेकिन क्या कर्जा माफ हुआ हुआ भी तो उनके करीबियों एवं बड़े बड़े किसानों का हुआ । गरीब किसान जिसने अभी तक बैंक तक नहीं गया तो उस किसान का क्या कर्जा माफ केसे हो पाएगा ।
नए कानून से किसानों को लाभ मिलेगा , किसी प्रकार के एग्रीमेंट कि आवश्यकता नहीं होगी अगर एग्रीमेंट होगा तो वह भी किसानों कि मर्जी से होगा । ,जो एग्रीमेंट करेगा वह भाग नहीं पाएगा । फार्मिंग एग्रीमेंट पहले से ही हों रहे हैं । अगर आपदा आई तो उसका पुरा मुल्य किसानों को मिलेगा।
जिस कानून को लागू हुए 6 महिने हो चुके हैं अभी तक कोई मंडी बंद हुई क्या । किसानों को सवाल आज उनसे करना चाहिए जो पहले अपने वचन पत्र में वादा कर लेते थे और उसे पूरा नहीं करते थे । राजनीतिक पार्टियां किसानों को भड़का रही है और वह अपनी रोटियां सेक रही है ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह फिर 25 दिसंबर को देशभर के किसानों को संबोधित करेंगे ।