दालों के दाम ऊंचाई छूने के बाद अब सोयाबीन तेल के दाम भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। 20 दिन पहले सो रुपए किलो बिक रहा सोयाबीन तेल अब ₹120 तक पहुंच गया है। किराना व्यापारियों का कहना है कि अधिक मांग और कम आपूर्ति होने के कारण दामों में बढ़ोतरी हो रही है। मौसम के हिसाब से भी चीजों की मांग अधिक हो जाती है और उसके दाम बढ़ जाते हैं।
ठंड के कारण भी हुई कई चीजें महंगी
ठंड अधिक हो जाने के कारण कुछ चीजों की मांग बढ़ गई है जिससे उनके नाम भी बढ़ गए हैं जैसे गुड़ की मांग होने के कारण इसके भाव तेज हो गए हैं, चाय पत्ती के भाव भी ₹340 किलो तक पहुंच गए हैं, इसके साथ-साथ दालों के दाम भी तेज है।
हरी सब्जियों ने दी लोगों को राहत
इन सभी चीजों के दाम तेज है लेकिन हरी सब्जियों के दामों ने लोगों को राहत प्रदान की है। अभी सब्जियों की ज्यादा आवक होने के कारण इनके दामों में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है और लोग इनके दामों से खुश हैं। पिछले 15 दिनों में हरी सब्जियों के दामों में 50% गिरावट आई है।
लोक डाउन के बाद से सभी चीजों ने महंगाई पकड़ी हुई है। तुवर दाल भी अभी 100 पर ही अटकी हुई है। इनमें सोयाबीन तेल सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। अभी सोयाबीन तेल की कीमत 118 से ₹120 किलो तक है। जिससे सोयाबीन तेल भी कई गरीबों की पहुंच से बाहर हो गया है। 20 दिनों में सोयाबीन तेल में 20% महंगाई बढ़ी है। सोयाबीन के विदेशी भाव में उछाल और फसल नष्ट होने के कारण इसमें तेजी आ रही है। दालों में तो लगभग 30 से ₹40 प्रति किलो पर बढ़ गए हैं।
सब्जियों के दाम 50% तक गिरे
मंदसौर जिले की खेती में इस बार सब्जी की अच्छी पैदावार होने के कारण मंडी में बंपर आवक आ रही है जिससे सब्जियों के दाम मे काफी गिरावट आई है। जिससे ग्राहकों को राहत मिली है। आज से 20 दिन पहले हरी मिर्च 90 से ₹100 तक बिक रही थी और आज उसके कीमत 20 से 25 ही रह गई है। आवक अधिक होने से दाम कम है लेकिन 15 जनवरी बाद सब्जियों को दाम में फिर से तेजी आ सकती है।