पीएम मोदी ने उठाया 10 मुद्दों पर की बड़ी बातें
आज रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के निवेदन पर पीएम मोदी ने 12वीं ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लिया और और सम्मेलन को संबोधित किया और आतंकवाद के खिलाफ जमकर हमला बोला । और संबोधित करते हुए निम्न बातों पर टिप्पणियां की।
1) द्वितीय विश्वयुद्ध की 75 वीं वर्षगांठ पर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं ब्रिक्स सम्मेलन में संबोधित करते हुए सबसे पहले दूसरे विश्वयुद्ध की 75 वी वर्षगांठ पर वीरगति पाए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की ओर कहा कि भारत से भी 2.5 मिलियन से अधिक वीरों ने इस युद्ध में साउथ ईस्ट एशिया , यूरोप, अफ्रीका जैसे कई जगहों पर भुमिका निभाई थी।
2) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड -19 के समय भारत की फार्मा उद्योग के स्टोर के कारण ही हम 150 से अधिक देशों को दवाइयां सटीक समय पर उपलब्ध कराई है ।
3) प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाना चाहिए और उन्हें भी इसके लिए दंडित किया जाना चाहिए । यह आज विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या है।
4) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्म निर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक रिफार्म प्रोसेस की प्रक्रिया को शुरू किया है ।
5) प्रधानमंत्री ने कहां की ग्लोबल वैल्यू चैन एक भविष्य में मजबूत योगदान दे सकती है इसके अंतर्गत 150 से अधिक देशों को दवाइयां भेजी गई थी यहा सबसे जाना माना उदाहरण है ।
6) shelf reliant resilient भारत पोस्ट कोविड-19 रेशमी अर्थव्यवस्था के लिए एक अभियान पर आधारित है जो एक ग्लोबल वैल्यू चैन में सहयोग दे सकता है
7) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम पिछले वर्ष 2021 में ब्रिक्स के तीनों स्तंभों में इंट्रा ब्रिक्स के सहयोग को मजबूत करने का प्रयास करेंगे।
8) प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान कहां की रूस के नेतृत्व में मानव को मानव के रिलेशन को मजबूत बनाने के लिए एक पहल की गई थी जैसे कि विक्स युवा वैज्ञानिकों की बैठक ,फिल्म समारोह आदि प्रस्तुत की गई।
9) प्रधानमंत्री ने कहा कि 2021 में ब्रिक्स सम्मेलन की 15 वर्ष पूरे होने पर जितना भी इस साल के कार्यों का मूल्यांकन करने के लिए शेरपा हमारे लिए एक रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं।
10) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देते हुए कहा कि आने वाले समय में भारत ब्रिक्स देशों के बीच डिजिटल स्वास्थ्य पारंपरिक सेवा को बढ़ावा दिया जाएगा।