कोविड-19 जन स्वास्थ्य द्वारा नियुक्त अस्थाई कर्मचारियों के रोक पर कर्मचारियों में नाराजगी देखने को मिली।
आपको बता दें कि पिछले 3 महीने पहले मध्य प्रदेश जन स्वास्थ्य द्वारा प्रत्येक 3 महीने के लिए चिकित्सक, नर्स स्टाप नियुक्त किया गया था लेकिन यही समय बढ़ाकर 7 महीने का दिया गया था लेकिन अब सरकारी आदेश के अनुसार इन अस्थाई चिकित्सकों ,लेबोरेटरी पर जन स्वास्थ्य द्वारा रोक लगाने के आदेश से कर्मचारी और नर्स स्टॉप में नाराजगी देखने को मिल रही है।
बुधवार को सरकार द्वारा प्राप्त नोटिस में अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों को जनसेवा से मुक्त कराने के आदेश पर नाराजगी देखने को मिल रही है । जिसको लेकर सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जिला के सीएचएमओ के कार्यालय निमच पहुंच कर ज्ञापन दिया और आंदोलन करने की चेतावनी भी दी ।
स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना था हम अपना काम का छोड़कर कोरोना महामारी में प्रशासन के साथ सेवाएं दे रहे थे और एक छोटे से नोटिस पर हमें बेरोजगार किया जा रहा है उपरोक्त आदेश के अनुसार देश में लगभग 6000 कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि यदि हमारे मांगे नहीं मानी गई तो हमारे द्वारा आंदोलन किया जाएगा