मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार करते नजर आए बड़े बड़े नेता ।

चुनाव प्रचार में मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक साथ हरदीपसिंह डंग के समर्थन में प्रचार करते नजर आए

 

 

 आपको ज्ञात है कि आगामी तीनों में मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर चुनाव होना है जिसको लेकर भाजपा और कांग्रेस नेता प्रचार प्रसार में उतरे हुए हैं ऐसे ही आज प्रचार प्रसार के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया एक साथ जनसभा में उपस्थित हुए।

     सुवासरा विधानसभा के चुनाव में हरदीप सिंह डंग के समर्थन में आज  चंदवासा में जनसभा की आगामी दिनों से दोनों दिग्गज नेता अपने उम्मीदवार के लिए अलग-अलग स्थानों पर प्रचार प्रसार कर रहे थे लेकिन आज एक साथ दोनों दिग्गज नेता प्रचार के लिए उपस्थित हुए क्योंकि बता दे कि आपको मंदसौर जिले की यह एक एसी सीट है जो कि कांग्रेस की थी लेकिन हरदीप सिंह डंग ने भाजपा में हाथ मिलाने के बाद अब यह सीट रिक्त हो गई थी जिस पर आगामी दिनों में चुनाव होना है जिसके समर्थन के लिए आज दोनों नेता चंदवासा में अपने उम्मीदवार के पक्ष में जनसभा को संबोधित करने आए और जनसभा को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह चुनाव उपचुनाव नहीं है आपका और हमारा एक राजनीतिक संबंध नहीं है ।  आपका और हमारा एक ह्रदय का संबंध है सिंधिया परिवार ने जब भी लड़ाई लड़ी है तो सिंधिया परिवार ने कभी भी कुर्सी  की लड़ाई नहीं लड़ी, कभी लाल बत्ती की लड़ाई नहीं लड़ी। जब भी लड़ाई लड़ी है मध्य प्रदेश की जनता के लिए लड़ी है। 

     सिंधिया ने कहा कि 15 माह पहले एक दूल्हे राजा की सरकार आई थी क्या वह कभी भी शामगढ़ आए थे 15 माह पहले जब मैंने यह वादाखिलाफी देखी थी उस समय मंदसौर जिले में मैंने पिपलिया मंडी में जनसभा में कहा था कांग्रेस का कहना साफ  किसान का दो लाख तक कर्जा माफ लेकिन अभी तक किसानों का कर्जा माफ नहीं किया था। इंतजार किया लेकिन कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने वादा खिलाफी की। सिंधिया जी ने कहा कि फसल बीमा की राशि को कमलनाथ ने ताला बंद कर दी थी लेकिन शिवराज जी ने 10 दिन के भीतर उस तिजोरी को अनलॉक कर दिया । ओर सम्मान निधि का पैसा भी बड़ा कर दिया

     और शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस को अपने वादे तक याद नहीं   कर्ज माफी ,बेरोजगारी भत्ता जैसे वादे को भूल गए वे कहते हैं कि मैं नारियल लेकर चलता हूं तो विकास के कार्य करूगा तो मैं नारियल तो फोडूंगा ही ।

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