दुध लाना पड़ा बहुत महंगा
मंदसौर नई आबादी में गुरदीप सिंह छाबड़ा दूध लेने के लिए दुकान पर पहुंचे और वहां पर दो सांड आपस में लड रहे थे लडते-लडते दोनों सांड उनकी गाड़ी में आकर घुस गए और गाड़ी चालक बाल-बाल मौत के मुंह से बचे हैं उनकी गाड़ी गंभीर रूप से डैमेज हो चुकी है मंदसौर शहर में ऐसे कई आवारा पशु घूमते रहते हैं किंतु नगरपालिका का इस पर कोई ध्यान नहीं है आज भी एक बड़ा हादसा होते-होते टला सुबह उठकर दूध लेने के लिए पहुंचे इस व्यक्ति पर जब दो सांड आकर टूट पड़े तू सोचो उसकी दशा क्या होगी वह तो वक्त रहते वह गाड़ी को छोड़कर भाग गए नहीं तो उनका भी गाड़ी जैसा हाल होता जिस तरह गाड़ी की दशा खराब हुई है उनकी दशा का भी कोई अनुमान नहीं होता साथ ही दूध लेने आए उक्त व्यक्ति ने मीडिया के माध्यम से नगर पालिका अध्यक्ष राम कोटवानी जी को यह संदेश भेजा है कि वह कृपया कर इन आवारा पशुओं को शहर में ऐसे खोले ना घूमने दे नहीं तो ऐसे और भी खतरनाक हादसे हो सकते है बहुत सारे लोग तो गाय का दूध निकाल कर उसे छोड़ देते हैं ताकि वह मंसूर में आवारा पशुओं के साथ घूम सके ऐसे लोगों पर कार्रवाई होना जरूरी है कुछ दिनों पहले ही एक बच्चे पर भी ऐसे ही सांड ने हमला किया था बच्चे को उठाकर उसने फेंक दिया था वह तो बच्चे की किस्मत अच्छी थी जो वह बच गया इस तरह बाजारों में गाय और सांड का खुले घूमना हादसों को दावत देने जैसा है फिर भी जिम्मेदार कोई भी कठोर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं
गुरदीप सिंह छाबड़ा का बयान
मैं सबसे पहले भगवान का शुक्रगुजार हूं कि आज मैं इस दुनिया में हूं उन्होंने मुझे इस मुसीबत से बाल बाल बचाया मैं आज सुबह 8:00 बजे घर से दूध लाने को निकला पाटीदार छात्रावास के पास महावीर दूध केंद्र से दूध लेने पहुंचा जैसे ही दुकान के सामने गाड़ी खड़ी करी दो बैल भाग कर आए सीधा मेरी ओर और मेरी गाड़ी पर चढ़ गए समझ तो यह नहीं आ रहा है कि आखिर में बच्चा कैसे क्योंकि मैं भी गाड़ी लेकर वहीं खड़ा था वह तो भगवान का शुक्र है कि मैं वहां से पैरों के ऊपर चढ़ने के बावजूद भी बच गया मैं तो अपने हादसे को सोच कर ही घबरा रहा हूं मैं नगर पालिका अध्यक्ष राम कोटवानी जी से आग्रह करता हूं कि आप लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ ना करते हुए ऐसे आवारा पशुओं को कहीं व्यवस्थित स्थान पर रखने का प्रबंध कीजिए और लोगों की जीवन की रक्षा कीजिए