Corona virus
कोरोनावायरस जिसे SAAS COV-2 भी कहते हैं और जिस से हुई बीमारी को कोरोनावायरस डिजिट कोविड-19 भी कहते हैं यह असल में शुरू हुआ था 2019 के दिसंबर के पहले हफ्ते में वह जगह जहां सबसे पहले कोरोनावायरस की आने की खबर मिली वह है साउथ चाइना वहान सी फूड मार्केट इस मार्केट में हर तरह की मीट और एनिमल प्रोडक्ट्स को बेचा जाता है जिसमें कुत्ता मुर्गी सूअर सांप चमगादड़ आदि सब एक ही जगह चाइना बुहान के इस सीफूड मार्केट इस बीमारी का स्टार्टिंग पॉइंट माना जाता है बात यह है कि असल में कोरोनावायरस पहले जानवरों में पाया जाता था और यह आमतौर पर जानवरों में पाया जाने वाला वायरस है और जिस मार्केट में इतने सारे एनिमल प्रोडक्ट्स को एक साथ रखा जाए यह सिचुएशन वायरस को एक खुला निमंत्रण होता है कि वह जानवरों से इंसान में जा सके और 2019 के दिसंबर महीने के पहले सप्ताह में बिल्कुल यही हुआ
किस जानवर द्वारा यह वायरस मानव शरीर में आया होगा
आपके मन में यह सवाल होगा कि यह वायरस किस जानवर के द्वारा मानव शरीर में आया है तो एक्सपर्ट के हिसाब से यह चमगादड़ो से ही निकला और किसी एक इंसान को इंपैक्ट यानी संक्रमित कर दिया और इसके बाद यह बाकी इंसानों में भी फैलना शुरू हो गया और इस प्रकार एक चैन बन गया और दिसंबर से लेकर जनवरी के पहले हफ्ते तक यहां पर हाहाकार मच गई उसके बाद 1 जनवरी को उस मार्केट को बंद कर दिया गया
चाइना के साइंटिस्ट ने इस वायरस के जेनेटिक कोर्ट को देखा जो कि इसके अंदर मौजूद हैं वह चमगादड़ों से काफी मिलता-जुलता पाया गया जिसका मतलब क्या है कि यह वायरस चमगादड़ से ही निकला है पर जनरल ऑफ मेडिकल वायरोलॉजी के साइंटिस्ट ने जब एक और रिसर्च किया जो कि इसके कुछ दिनों बाद की गई उन्हें यह पता चला कि यह कोबरा सांप से भी इसके गुण मिलते हैं जो कि चाइना के उसी मार्केट में खरीदे और बेचे जाते हैं तो उनका कहना था कि यह सांपों से यह वायरस निकला है और कई लोगों का कहना यह है कि यह कहीं जानवरों से मिलकर आया है क्योंकि मार्केट में सांप चमगादड़ और बहुत सारे जानवर एक साथ बैठ जाते थे पर अभी तक जितने भी रिसर्च की गई है उसके अनुसार अभी तक कोई प्रूफ नहीं निकला है किया वायरस कहां से आया है बहुत सारे साइंटिस्ट का कहना है कि यह सांप या चमगादड़ से नहीं या किसी और अनॉन रीजन से आया है यह किसी अनजान सोर्स से भी आ सकता है यह बात अभी तक किसी साइंटिस्ट को नहीं पता है
जब यह वायरस चाइना में फैलने लगा तब लोगों को वहां इसके परिणाम दिखने लगे और चाइना के एक डॉक्टर Dr.Liwenlianghi कोरोनावायरस के सबसे पहले कुछ पेशेंट इलाज के लिए आए और वायरस के जांच के बाद डॉक्टर ली को समझ आ गया कि यह एक नया वायरस है जो कि आज से पहले इंसानों में कभी भी नहीं देखा गया था और इसकी प्रॉपर्टी के बारे में भी हमें कुछ नहीं पता तो उन्होंने अपने डॉक्टर्स के एक ग्रुप में इस वायरस की चेतावनी दी और इस वायरस को लेकर सीरियस होने को कहा क्योंकि बाद में जाकर यह वायरस अपना बहुत भयंकर रूप से फैल सकता है उन्होंने ऐसा कहा जब यह बात फैलने लगी तभी डॉक्टर ली को अरेस्ट कर लिया गया
वहां की गवर्नमेंट द्वारा क्योंकि वहां की गवर्नमेंट को यह लगा यह झूठी बातों को फैला कर लोगों में डर पैदा कर रहे हैं और इसीलिए उन्हें अफवाह फैलाने के केस में जेल में डाल दिया पर उनके जेल में जाने के कुछ दिनों बाद जो होता है वह इतिहास के पन्नों में नोट किए जाने वाला होता है पहले कुछ गिने-चुने मरीज से कोरोनावायरस से पीड़ित पर उनको अरेस्टर करने के बाद बहुत ही तेजी से पूरे बुहान शहर में हजारों की संख्या में लोग इंपैक्टेड यानी संक्रमित होने लगे और यहां तक डॉक्टर लीविंग जिन्होंने कोरोनावायरस के बारे में सबसे पहले बताया था उनको भी कोरोनावायरस ने संक्रमित कर दिया और 7 फरवरी 2020 को उनकी मौत हो गई अगर चाइना की गवर्नमेंट डॉक्टर लिविंग को गंभीरता से लेती तो यह वायरस उतना नहीं फैलता पर यह वायरस वहां से बाहर से निकलकर बाकी देशों में भी फैल गया और जनवरी 2020 के बाद फरवरी-मार्च इनके कैसे बहुत ज्यादा बढ़ गए
मार्च 11 2020 को डब्ल्यूएचओ यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इसे एक महामारी घोषित कर दिया और डब्ल्यूएचओ के एक्सपोर्ट पर इस बीमारी का ट्रेंड देखें तो अब तक 597252 लोग 28 मार्च 2020 तक इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं और 27365 लोगों की मौत हो चुकी है यहां तक कि अभी तक इंडिया में 873 लोग इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं और 21 लोगों की मौत हो चुकी है
कोरोनावायरस के लक्षण क्या है
कोरोना के 87 पर्सेंट केसेस में लोगों को फीवर हुआ है उसके बाद 67% परसेंट कैसे इसमें ड्राई खांसी हुई है
और कई कैसेस में यह दोनों एक साथ भी हुए हैं और भी बहुत सारे सिंप्टम है जो नीचे इमेज में आपको देखने को मिल जाएंगे और यहां पर इसका मतलब यह नहीं है कि आप को बुखार है तो आपको कोरोनावायरस चाहिए या फिर आपको खांसी है तो आपको कोरोनावायरस ही है सब खा लिया सब बुखार कोरोनावायरस से रिलेटिव नहीं है इसलिए बिना मतलब के डरने की कोई जरूरत नहीं है पर अगर आपको अंदर से ऐसा लगता है कि आपकी सिचुएशन अंदर से बहुत ही ज्यादा खराब है वह को अंदर से फील हुई जाएगी और आप सर नहीं पा रहे हो तो आप पास के हॉस्पिटल में जाकर टेस्ट करवा सकते हो पर यहां यह जरूरी है कि आपको इन सब चीजों की जानकारी हो ताकि आप उस बात को समझ पाओ और सेव रहो ताकि आपको होए ना और आपको हॉस्पिटल जाने की नौबत ही ना आए
पहले आपको यह जानने की जरूरत है कि आपके शरीर में दो टाइप की इंस्पेक्शन बीमारी होते हैं
1)बैक्टीरिया इंफेक्शन –
जहां तक बैक्टीरियल इनफेक्शंस की बात करें तो साइंटिस्ट ने उन सभी का इलाज ढूंढ लिया है और अब उनका इलाज करना संभव है और उस बीमारी को हम ठीक कर सकते हैं
2)वायरल इनफेक्शन –
पर जब वायरल इनफेक्शंस की बात आती है तो नॉर्मल सर्दी लगना उसका भी साइंस ने आज तक कोई इलाज नहीं निकाल पाए हैं क्योंकि वायरल इनफेक्शंस का कोई तोड़ नहीं होता चाहे वह कोरोनावायरस हो चाहे वह डेंगू चाहे वह कॉमन सर्दी हो किसी को भी हम ठीक नहीं कर सकते सिर्फ इलाज कर सकते हैं
यहां अगर बात करें बैक्टीरिया को मारने की तो डॉक्टर यहां एंटीबायोटिक देकर उस बैक्टीरिया को मार देते हैं यानी उसको ठीक कर देते हैं परंतु वही बात करें वायरल इनफेक्शंस की तो उसमें वायरस को एटीट्यूट से मारा नहीं जा सकता इसलिए सिर्फ उसका इलाज किया जाता है ताकि जो उसमें वायरस है उसे बाहर निकाला जा सके यही बात है कि अभी तक कोरोनावायरस का कोई ठीक होने का इलाज नहीं मिला
कोरोना को कैसे हराए
और यहां अगर कोरोनावायरस ने की बात करें तो आखिरकार इंसान का शरीर ही उस बीमारी को शरीर से बाहर निकाल सकता है उसे रोक सकता है इंसान का शरीर अपने इम्यून सिस्टम से वायरस को हटाता है बाहरी रूप से हम लोग कुछ नहीं कर सकते हैं और जो कर सकता है वह है आपका शरीर कर सकता है आपका इम्यून सिस्टम ही कर सकता है जब तक साइंटिस्ट इसका इलाज ना ढूंढ ले यदि आपका इम्यून सिस्टम मजबूत हो तो वह को रोना को ही नहीं किसी भी वायरस को हरा देगा
क्या होता है जब किसी को कोरोना हो जाए
अगर इसके स्ट्रक्चर की बात करें तो यह एक गोल सा ऑब्जेक्ट होता है बेसिकली इसके अंदर जेनेटिक मैटेरियल होते हैं और यह अपने आपको तभी मल्टीप्लाई कर सकते हैं जब किसी लिविंग बिन से इंसान के अंदर जाए वायरस निर्जीव चीजों जैसे प्लास्टिक या मेटल ऐसी चीजों के द्वारा भी फैल सकता है किंतु बाहरी सरफेस इसमें यह कुछ घंटों ही जिंदा रह पाता है पर जब कोई वायरस को लिविंग कॉस्ट मिलता है जैसे मान लो किसी इंसान के फेफड़े तक यह पहुंच गया तब यह अपने आप को मल्टिप्लाई करना शुरू कर देता है आपके फेफड़ों में और वो एपीथिलियम सेल्स होते हैं तो कोरोनावायरस आपके मुंह या आपके नाक के प्रो शरीर में पहुंचकर आपके एपीथिलियल सेल्स में जाकर जुड़ जाता है और वायरस के जेनेटिक मैटेरियल आपको इंपैक्ट कर देता है और वह सेल उस वायरस के जेनेटिक कोड को एक्सक्यूट कर देता है और वह वायरस मल्टिप्लाई होने लगता है और फैलने लगता है और सेल के अंदर ही फैलने लगता है जब एक इंसान का से लिया देखता है जी वायरस फैल रहा है तब वह सेल क्रिटिकल कंडीशन में आ जाता है और अपने आप को नष्ट कर देता है या अपने आप को मार देता है इसी तरह वह वायरस बिना रुके बाकी सेल्स तक भी पहुंचने लगता है और फेफड़ों में मौजूद बाकी सेल्स भी मरने लगते हैं कुछ दिनों बाद तक ही शरीर के करोड़ों सेल्स इंपैक्ट हो जाते हैं और अरबोवायरस मल्टीप्लायड हो जाते हैं और यहां सबसे खास बात या है जो कि आपको जान लेनी चाहिए” कि जब यह सब हो रहा होता है तब यहां एक सोल्जर की एंट्री होती है यानी आपके शरीर के इम्यून सिस्टम की जिससे हम रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कह सकते हैं यदि किसी इम्यून सिस्टम हेल्थी है तो वह सारे वायरस को मार कर शरीर के बाहर फेंक देता है पर जिसका इम्यून सिस्टम इतना हेल्दी नहीं होता है या स्ट्रांग नहीं है उनमें वायरस हावी हो जाते हैं और इम्यून सिस्टम अपना पावर होने लगता है और इसी के चलते उनकी डेथ हो जाती है यानी वह इंसान मर जाता है ” इसीलिए जिनका इम्यून सिस्टम मजबूत है उनको कोरोनावायरस हो भी गया तो उनको हल्का सा सर्दी खांसी आएगा और वह अपने आप ठीक हो जाएगा पर जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है उनको हॉस्पिटल में भी जाना पड़ सकता है और ज्यादातर लोग वहां जाकर ठीक हो जाते हैं
अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है वह बूढ़े व्यक्ति थे इसको समझाने के लिए हम नीचे आपको समझाते हैं जैसे देखा जाए कि
- आपकी उम्र 10 से 40 साल है तो आपके मरने का चांसेस 0.2% होता है
- अगर आपकी उम्र 40 से 50 साल तो आपके मरने के चांसेस 0.4% है
- अगर आपकी उम्र 50 से 60 साल है तो आपके मरने के चांसेस 1.3% है
- अगर आपकी उम्र 60 से 70 साल है तो आपके मरने के चांसेस 3.6% है
- अगर आपकी उम्र 70 से 80 साल है तो आपके मरने के चांसेस 8.0% है
- अगर आपकी उम्र 80 से ऊपर है तो आपके मरने के चांसेस 14.8% है
पर इसका मतलब यह नहीं कि आप यंग है तो आपको सेफ्टी प्रिकॉशंस नहीं लेने हैं कि आपका इम्यून सिस्टम बहुत स्ट्रॉन्ग है भले आप यंग हो किंतु यह वायरस नया है पर जब तक साइंटिस्ट वायरस की प्रॉपर्टी को किसी रिसर्च द्वारा नहीं बता दे या उसके बारे में सब कुछ नहीं जान लेते तब तक आप जितना हो सके सेफ्टी प्रिकॉशन का पालन करवाओ उतना करो जब तक कोई इसका इलाज सुनिश्चित नहीं हो जाता
कोरोना वायरस से बचने के लिए क्या करें
FOLLOW TO 3 POINTS AND FIGHT TO CORONA
POINT -1
इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग रखना
सबसे पहली बात आप अपने इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग रखो आप अपने खाने में हेल्दी फूड फलों सब्जियों को खाओ ताकि आपका इम्यून सिस्टम मजबूत हो जंक फूड को अभी खाना छोड़ दो अपने डाइट पर ध्यान रखो और इस वायरस से लड़ने के लिए जो आपके इम्यून सिस्टम को अधिक मजबूत बनाएगा और आप उसे खा सकते हैं वह है नींबू ऑरेंज यह साइंटिस्ट द्वारा प्रूफ है कि इन से विटामिन सी बढ़ता है और विटामिन सी आपके इम्यून सिस्टम को यानी इम्यून सिस्टम में मौजूद वाइट ब्लड सेल्स को उन्हें बढ़ाता है और जैसा कि मैंने आपको बताया कि हरी सब्जियां भी बहुत इंपॉर्टेंट है
POINT -2
हाथों को बार-बार दोना –
दूसरी बेस्ट चीज जो आप कर सकते हो अपने हाथों को बार-बार दोना सुनने में या बहुत कॉमन लगता है पर यह सबसे बड़ी चीजें जो आप कर सकते हो आप किसी भी साबुन का यूज कर सकते हो
अब हाथ धोने से क्या होता है यह भी जान लो कोरोनावायरस एक प्लेयर यानी फ्रेट से घिरा रहता है और साबुन से बार बार हाथ धोने पर वह उस प्लेयर को ब्रेक कर देता है और उससे उस वायरस की पावर खत्म हो जाती है और वह आपके शरीर पर आकर भी आपको इंपैक्ट नहीं कर पाता है और मर जाता है
POINT -3
सोशल डिस्टेंस –
सोशल डिस्टेंस बहुत लोगों के लिए बहुत कठिन होगा जैसे घर से बाहर नहीं निकलना पर यह बहुत जरूरी है ताकि लोग इंपैक्ट ना हो या फिर जो लोग इंपैक्टेड हैं उनसे आप इंपैक्ट ना हो और वायरस कम से कम लोगों तक फैले और सभी देशों की गवर्नमेंट भी इसी बात पर ज्यादा फोकस कर रही है इसलिए इनका पालन करना बहुत जरूरी है
और यदि आमतौर पर बात करे तो यह बाहर ना निकलना बहुत कठिन होता है
पर यदि पूरी दुनिया को लेकर बात करें तो इससे दुनिया को बहुत बड़ा फ़ायदा है
इसलिए आप यह तीनों काम कर सकते हो
और इस वायरस को रोकने की शक्ति सिर्फ आप ही के पास है और जल्द ही इसका इफेक्टिव ट्रीटमेंट आ ही जाएगा दुनिया भर के साइंटिस्ट इसी में लगे हुए हैं इसलिए आप सेव रखो और आप अपने इम्यून सिस्टम को बढ़ाओ अपने हाथों को साबुन से धोते रहो जो देश की सरकार बोल रही है उसे मानो और सब अगर इस बात को माने तो बहुत कुछ हो सकता है